कोसी नदी पर बैरेज निर्माण के समय माल ढुलाई को लेकर बथनाहा से बीरपुर-भीमनगर तक रेल निर्माण कराया गया था और काफी वर्षों तक इस रेलखंड पर ट्रेनें भी दौड़ी, लेकिन कालांतर में रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन बंद हो गया और रेलखंड उसी तरफ उपेक्षित रह गया लेकिन एक बार फिर नागरिक संघर्ष समिति फारबिसगंज ने मामले पर पहल करते हुए बथनाहा-बीरपुर-भीमनगर रेलखंड को फिर से चालू करने को लेकर संघर्ष का बीड़ा उठाया। जिसके परिणामस्वरूप आज बथनाहा पंचायत भवन में बथनाहा-भीमनगर रेल निर्माण की मांग को लेकर एक बैठक हुई। जिसमें नागरिक संघर्ष समिति के शाहजहां शाद,रमेश सिंह,पवन मिश्रा,शेख मुमताज,राहिल खान आदि के पहल पर संघर्ष को गति देने के लिए आंदोलन का स्वरूप तैयार करते हुए बथनाहा-भीमनगर रेल निर्माण संघर्ष समिति का गठन किया गया।जिसका संयोजक राजन तिवारी को बनाया गया।
पंचायत भवन में आयोजित बैठक में मुख्य रूप से कोसी रेल के जाना जाने वाले इस रेलखंड के दोबारा निर्माण की मांग को लेकर कार्यक्रम की रूपरेखा को तैयार करने पर बल दिया गया।राजन तिवारी के संयोजन में बनी संघर्ष समिति में मौजूद लोगों ने एक स्वर में कहा कि जबतक रेल निर्माण को सरकार से मंजूरी नहीं दिलवा लेंगे तब तक चैन से नहीं बैठेंगे।बैठक में आंदोलन की रूपरेखा तैयार की गई।जिसमें अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को पत्राचार करने के साथ धरना प्रदर्शन से लेकर मांग को लेकर रेल मंत्री से मुलाकात करने तक पर विचार किया गया।
बैठक में शामिल वक्ताओं ने सरकार की ओर से इलाके और इस रेलखंड के उपेक्षा के लिए संघर्ष का फूंके गये बिगुल को तेज करने का निर्णय लिया गया। बथनाहा रेलवे स्टेशन पर जहां मालगोदाम का निर्माण,रैक पॉइंट निर्माण सहित बथनाहा से नेपाल के विराटनगर तक रेलखंड का निर्माण कार्य हो चुका है और जल्द ही शीघ्र ट्रेन शुरू होने से बथनाहा स्टेशन का महत्व बढ़ गया है और इस रेलखंड के शुरू होने से आमजनों के सुविधा के साथ पूर्व रेलमंत्री ललित नारायण मिश्रा के सपने को साकार होने की कल्पना करार दिया गया।
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