Bihar Festival: छठ पूजा (chhath puja), उत्तर भारत में मनाए जाने वाले महत्वपूर्ण हिंदू त्योहारों में से एक है। यह पर्व विशेष रूप से बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और नव भारतीय राज्य झारखंड में प्रमुखतः मनाया जाता है। छठ पूजा का मुख्य उद्देश्य सूर्य देवता और छठी माई की पूजा करके समृद्धि, स्वास्थ्य और खुशहाली की कामना करना है। यह पर्व सामाजिक एकता और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक भी है।
छठ पूजा के दिन लोग सूर्योदय के समय नदी घाटों या तालाबों पर जाते हैं और सूर्य देवता की पूजा करते हैं। उन्होंने नमाज़ के बाद प्रसाद को सूर्य देवता को अर्पित करते हैं और उनकी कृपा की कामना करते हैं। इसके बाद, वे विशेष तरीके से तैयार किए गए खाद्य सामग्रियों का भोग करते हैं, जैसे कि गुड़, चावल, और दालिया।
12 को नहाए खाय से शुरू होगा चैती छठ महापर्व 🙏🏻❤️#ChhathPuja #Bihar pic.twitter.com/2noJVVJdRp
— Babhan Army (@BabhanArmy) April 3, 2024
छठ गीत भी अत्यंत महत्वपूर्ण
छठ पूजा के दिन लोग खास रूप से छठी माई की पूजा में पहने वस्त्रों और धारण किए गए आभूषणों के साथ सम्मान करते हैं। इस उत्सव में गाया गया छठ गीत भी अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, जो लोगों को प्रेरित करता है और इस उत्सव की आत्मा को बढ़ाता है। यहां तक कि छठ पूजा का पालन करने वाले लोग अपनी आवाज़ में छठ गीतों को गाते हैं, जिससे पर्व का उत्साह और ऊर्जा बढ़ती है।
यह भी पढ़ें- UP ATS ने सोनौली बार्डर से तीन आंतकियों को ऐसे दबोचा, दो पाकिस्तानी भी शामिल
छठ पूजा का पालन
छठ पूजा का आयोजन सामुदायिक रूप में होता है, जिसमें लोग साथ मिलकर इसे मनाते हैं। यह एक ऐसा पर्व है जो आत्मीयता को बढ़ाता है और लोगों को एक-दूसरे के साथ जुड़ने का अवसर देता है। छठ पूजा का पालन करने वाले लोग अपने आपको एक श्रेष्ठ और समर्पित नागरिक मानते हैं, जो अपनी सांस्कृतिक और परंपरागत मूल्यों के प्रति समर्पित दिखाते हैं। इस रूप में, छठ पूजा न केवल एक धार्मिक उत्सव है, बल्कि एक सामाजिक और सांस्कृतिक महोत्सव भी है, जो लोगों को एक साथ आत्मीयता, साझेदारी, और भाईचारे की भावना को अनुभव करने का अवसर देता है।
यह भी देखें-
Join Our WhatsApp Community