बृहन्मुंबई महानगर पालिका ने जर्जर इमारतों से होने वाले हादसों की आशंका के मद्देनजर महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (म्हाडा) से 88 इमारतों की सटीकता से मूल्यांकन करने का निवेदन किया है। बीएमसी ने यह फैसला घाटकोपर की राजवाड़ी कॉलोनी में एक इमारत के ढहने से हुई दो लोगों की मौत की घटना के बाद लिया है।
बृहन्मुंबई महानगर पालिका के एन वार्ड अंतर्गत 88 इमारतों की ढांचागत स्थिति के चिंताजनक होने की आशंका जताई जा रही है। इसमें घाटकोपर और विद्याविहार की इमारतें भी शामिल हैं। मानसून काल में भारी बारिश की वजह से इन जर्जर इमारतों से हादसा होने की आशंका हमेशा बनी रहेंगी। इसीलिए एहतियात के तौर पर बीएमसी ने म्हाडा और संबंधित अन्य योजना प्राधिकरणों को पत्र लिखकर 88 जर्जर इमारतों की ढांचागत हालत की सुदृढ़ता का व्यापक मूल्यांकन करने का निवेदन किया है। गौरतलब हो कि राजावाड़ी कॉलोनी में गिरी इमारत का स्वामित्व म्हाडा के पास ही है, जहां हादसे में दो लोगों की मौत हो गयी थी।
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