BNS109: जानिए क्या है बीएनएस धारा 109, कब होता है लागू और क्या है सजा

कुछ प्रमुख आपराधिक आरोपों की सूची दी गई है और बताया गया है कि बीएनएस में उन्हें कैसे क्रमांकित किया जाता है।

17899

BNS 109: तीन नए आपराधिक कानून सोमवार (1 जुलाई) को लागू हो गए। भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 (BNSS) दंड प्रक्रिया संहिता (CrPC) की जगह लेगी; भारतीय न्याय संहिता (BNS) भारतीय दंड संहिता की जगह लेगी; और भारतीय साक्ष्य अधिनियम भारतीय साक्ष्य अधिनियम की जगह लेगा।

बीएनएस में 358 धाराएं हैं, जबकि आईपीसी में 511 धाराएं हैं। इसलिए, आईपीसी में सूचीबद्ध कई आपराधिक आरोपों की पुरानी संख्या बदल गई है। उदाहरण के लिए, धारा 420, जो धोखाधड़ी को परिभाषित करती है, ने संख्या ‘420’ को ऐसे अपराधों के लिए एक व्यापक और आम तौर पर इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द बना दिया। इसे अब बीएनएस में धारा 318 के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। यहाँ कुछ प्रमुख आपराधिक आरोपों की सूची दी गई है और बताया गया है कि बीएनएस में उन्हें कैसे क्रमांकित किया जाता है।

यह भी पढ़ें- Jammu and Kashmir: कठुआ हमले के बाद तीर्थयात्रियों की बढ़ाई गई सुरक्षा, जानिये कैसे रखी जा रही है चप्पे-चप्पे पर नजर

दस वर्ष तक जेल
जो कोई कोई कार्य ऐसे आशय या ज्ञान से और ऐसी परिस्थितियों में करेगा कि यदि उस कार्य से किसी की मृत्यु हो जाती तो वह हत्या का दोषी होता, वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से दण्डित किया जाएगा, जिसकी अवधि दस वर्ष तक की हो सकेगी, और जुर्माने से भी दण्डित किया जाएगा; और यदि ऐसे कार्य से किसी व्यक्ति को चोट पहुंचती है, तो अपराधी या तो 1[आजीवन कारावास] से या ऐसे दण्ड से, जैसा कि इसमें पूर्व वर्णित है, दण्डित किया जाएगा। आजीवन कारावास के दोषियों द्वारा प्रयास।– 2[जब इस धारा के अधीन अपराध करने वाला कोई व्यक्ति 2[आजीवन कारावास] के दण्डादेश के अधीन है, तो यदि चोट पहुंचती है तो उसे मृत्यु दण्ड दिया जा सकेगा।]

यह भी पढ़ें- धारा 64 : दुष्कर्म धारा 379 पहले,और अब धारा 64 क्या है ? 

  • (क) क, य को मार डालने के आशय से उस पर गोली चलाता है, ऐसी परिस्थितियों में कि यदि मृत्यु हो जाती तो क हत्या का दोषी होता। क इस धारा के अधीन दण्ड का भागी है।
  • (ख) क, एक अल्पवयस्क बालक की मृत्यु कारित करने के आशय से उसे सुनसान स्थान पर खुला छोड़ देता है। क ने इस धारा द्वारा परिभाषित अपराध किया है, यद्यपि बालक की मृत्यु नहीं होती है।
  • (ग) क, य की हत्या करने का आशय रखते हुए एक बंदूक खरीदता है और उसमें गोली भरता है। क ने अभी तक अपराध नहीं किया है। क, य पर बंदूक चलाता है। उसने इस धारा में परिभाषित अपराध किया है, और यदि ऐसी गोली चलाकर वह य को घायल कर देता है, तो वह इस धारा के उत्तरार्द्ध भाग [पहला परिच्छेद] द्वारा उपबंधित दण्ड का भागी होगा।
  • (घ) क, य को विष द्वारा मारने का आशय रखते हुए विष खरीदता है और उसे उस भोजन में मिला देता है जो क के पास रहता है; क ने अभी तक इस धारा में परिभाषित अपराध नहीं किया है। क, भोजन को य की मेज पर रख देता है या उसे य के नौकरों को देता है ताकि वह उसे य की मेज पर रख दे। क ने इस धारा में परिभाषित अपराध किया है।

यह वीडियो भी देखें-

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.