मणिपुर में जिन दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया गया था, उन दोनों ने सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। दोनों महिलाओं की याचिका पर चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच 31 जुलाई को ही सुनवाई करेगी।
महिलाओं ने याचिका दायर की है मांग
दोनों महिलाओं ने वकील जावेदुर रहमान के जरिये दायर याचिका में कहा है कि इस घटना की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच कराई जाए। उल्लेखनीय है इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने 20 जुलाई को स्वतः संज्ञान लिया था।
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केंद्र सरकार ने दाखिल किया है शपथ पत्र
इस मामले में केंद्र सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय में हलफनामा दाखिल किया है। केंद्र सरकार ने कहा है कि राज्य सरकार की सहमति लेकर जांच सीबीआई को ट्रांसफर की जा रही है। मुकदमे का तेज निपटारा जरूरी है। केंद्र सरकार ने मांग की है कि सुप्रीम कोर्ट इस केस को राज्य से बाहर ट्रांसफर करने का आदेश दे और ट्रायल कोर्ट से कहे कि वह चार्जशीट के छह महीने के भीतर फैसला दे।