Ayodhya में छह महीने में बनकर तैयार होगा ‘बो स्ट्रिंग स्टील गर्डर रेलवे ब्रिज’, जानिये क्यों है ये खास

अयोध्या के समेकित विकास के दृष्टिगत एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है और इसी के क्रियान्वयन के जरिए अयोध्या में इस रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण का रास्ता साफ हुआ है।

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Ayodhya को आधुनिक विकास एवं त्रेतायुगीन वैभव से सुशोभित करने के प्रयास में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार(Yogi government of Uttar Pradesh) ने एक और अध्याय जोड़ दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(Chief Minister Yogi Adityanath) की मंशा अनुसार रेल कनेक्टिविटी(Rail connectivity) के लिहाज से जल्द ही एक और सुविधा मिलने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। अयोध्या क्षेत्र में बाराबंकी-अकबरपुर रेल रूट पर बो स्ट्रिंग स्टील गर्डर रेलवे ब्रिज(Bow string steel girder railway bridge on Barabanki-Akbarpur rail route) के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। इस क्रम में उत्तर प्रदेश सेतु निगम लिमिटेड(Uttar Pradesh Setu Nigam Limited) ने तैयारी शुरू कर दी है और प्रक्रिया को कॉन्ट्रैक्टर्स एवं एजेंसी को आबद्ध करके पूरा किया जाएगा। इस प्रक्रिया को इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट एवं कंस्ट्रक्शन (Engineering, Procurement and Construction) बेसिस पर पूरा किया जाएगा, जिसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस ब्रिज के निर्माण से पूर्व सर्वे एवं टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन समेत तमाम प्रक्रियाओं को आईआईटी व एनआईआईटी की देखरेख में पूर्ण किया जाएगा।

रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण का रास्ता साफ
सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक, अयोध्या के समेकित विकास के दृष्टिगत एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है और इसी के क्रियान्वयन के जरिए अयोध्या में इस रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण का रास्ता साफ हुआ है। कार्ययोजना के अनुसार, बो स्ट्रिंग स्टील गर्डर रेलवे ओवरब्रिज के वास्तुशिल्प व संरचनात्मक डिजाइन की प्रक्रिया को पूर्ण किया जाएगा। सभी आवश्यक सेवाओं के डिजाइन, काम शुरू करने के लिए आवश्यक स्थानीय निकायों/प्राधिकरणों से अनिवार्य अनुमोदन प्राप्त करने, काम और सेवाओं के निष्पादन और संपत्तियों को सभी पहलुओं में रहने योग्य बनाने के बाद सौंपने की प्रक्रिया को लेकर कार्ययोजना को क्रियान्वित किया जा रहा है। इसके जरिए बाराबंकी-अकबरपुर रेलवे मार्ग पर एलसी नंबर 108ए पर आरओबी के बो स्ट्रिंग स्टील गर्डर रेलवे ब्रिज हिस्से का निर्माण सुनिश्चित होगा। ईपीसी मॉड्यूल पर दो वर्षों के इवैल्यूएशन पीरियड के हिसाब से इस ब्रिज का विकास होगा जिसे 6 महीने की अवधि में पूरा किया जाएगा।

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प्राधिकरण से अनुमोदन प्राप्त
आईआईटी/एनआईटी द्वारा प्रूफ जांच सहित सभी घटकों के डिजाइन/ड्राइंग के साथ 2/4-लेन का सर्वेक्षण, भू-तकनीकी जांच और डिजाइनिंग जैसी प्रक्रिया को पूर्ण किया जाएगा। इन कार्यों को पूरा करने के लिए प्राधिकरण से अनुमोदन भी प्राप्त किया जाएगा। उत्तर प्रदेश सेतु निर्माण निगम की ओर से कार्य प्राप्त करने वाले कॉन्ट्रैक्टर्स फाउंडेशन, उप संरचना, सुपर स्ट्रक्चर, फिनिशिंग कार्य जैसे कोटिंग, क्रैश बैरियर मेकिंग, रेलिंग फॉर्मेशन व रोड साइनेज इंस्टॉलेशन जैसी प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी। रोड सेफ्टी पैरामीटर्स जैसे थर्मोप्लास्टिक्स मार्किंग, ब्लिंकिंग कैट आइज़, संरचना की एंटी-कार्बोनेशन पेंटिंग और व्यू कटर समेत सभी आवश्यक घटकों के साथ परियोजना को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया गया है। इस परियोजना के पूर्ण होने पर बाराबंकी-अकबरपुर रेल रूट पर कनेक्टिविटी में इजाफा होगा और रेल आवागमन सुलभ हो जाएगा।

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