ब्रजेश्वरी, मुंबई से कुछ ही किलोमीटर दूरी पर बसी है, जो वाड़ा क्षेत्र के अंतर्गत आती है। ब्रजेश्वरी से एक सड़क लोपा गांव के लिए जाती है, जो वर्षों से गड्ढों से भरी पड़ी है। इसकी मरम्मत के लिए न तो प्रशासन कोई कदम उठा रहा है और न ही विधायक सांसद कोई सुनवाई कर रहे हैं।
ब्रजेश्वरी (Brajeshwari) लोपा गांव (Lopa Village) के बीच लगभग बारह गांव बसे हैं। इसके अलावा इसी सड़क के किनारे 50 औद्योगिक इकाइयां (Industrial Unit) भी लगी हैं। जहां पहुंचने के लिए ब्रजेश्वरी लोपा गांव मार्ग बड़ा साधन है। लेकिन, इस मार्ग की सड़क पर इतने गड्ढे हैं कि, यहां आने से बाहर की गाड़ियों वाले कतराते हैं। परिस्थिति यह है कि, इस मार्ग से जाते समय कब दुर्घटना (Accident) हो जाए या गाड़ी कब खराब हो जाए, इसका भरोसा नहीं है। इस खतरे को देखते हुए यहां काई गाड़ीवाला आना नहीं चाहता, जबकि आपात स्थिति में पहुंचना भी कठिन है।
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नेताओं ने मूंदी आँख
ब्रजेश्वरी मंदिर (Brajeshwari Temple) ऐतिहासिक आस्था का स्थल है, इसके अलावा यहां के गरम पानी के कुंड (Hot Water Pond) लोगों में बहुत प्रसिद्ध हैं, जहां बड़ी संख्या में पर्यटक और श्रद्धालु आते हैं। ब्रजेश्वरी, विरार से भिवंडी मार्ग पर है, इसी ब्रजेश्वरी से एक मार्ग अंदर गांव क्षेत्र में जाता है। जो ब्रजेश्वरी को लोपा गांव से जोड़ता है। यहां के विधायक शिवसेना पार्टी के और सांसद भाजपा से हैं। दोनों ही नेता सत्ता पक्ष में है, लेकिन इसके बाद भी ब्रजेश्वरी से लोपा गांव के बीच बसे मतदाताओं का दर्द सुननेवाला कोई नहीं है। स्थानीय लोगों से बात करने पर ऐसा सुनने में आया कि, नेता चुनावों के बाद आँख मूंदकर बैठ जाते हैं।
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