Haryana के सढौरा विधानसभा के अंतर्गत आने वाले घाड़ क्षेत्र के दर्जनों गांवों के लोगों ने गांव मद्दीपुर पर पुल बनाने की मांग को लेकर 13 जून को लघु सचिवालय पर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जिला उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा।
सरकार पर आरोप
13 जून को इस मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बृजपाल छप्पर ने बताया कि घाड़ क्षेत्र के गांव मद्दीपुर पर पुल निर्माण को लेकर कई वर्षों से हम सरकार से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन सरकार ने हमारे इस क्षेत्र में बरसाती नदियों और बड़े नालों पर पुल बनाने की मूलभूत सुविधा जैसी मांग को आज तक पूरा नहीं किया है।
40 गांव प्रभावित
उन्होंने बताया कि 12 गांवों के बीच में बनने वाले इस पुल से आसपास के 40 गांवों प्रभावित होते है। यह पुल तीन प्रदेशों को जुड़ते हैं। उन्होंने कहा कि इस पुल के न बनने से हरियाणा प्रदेश के बच्चे स्कूल में पढ़ने के लिए हिमाचल प्रदेश के गांव पैरोडी में जाते हैं। वहीं बारिश के मौसम में कोई गर्भवती महिला या बीमार बुजुर्गों को लेकर आने जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि सरकार यह दावा करती है कि सढौरा विधानसभा क्षेत्र में 900 करोड रुपये से अधिक के विकास कार्य कराए गए हैं। जबकि धरातल पर ना तो सड़के हैं और ना ही पुल है। उन्होंने कहा कि सरकार के विकास के झूठे दावे करती है।
उग्रल आंदोलन करने की चेतावनी
उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने जल्द से जल्द हमारी इस मांग को पूरा नही किया तो हमें मजबूरन सड़कों पर आना पड़ेगा। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि विकास के खोखले दावे करने वाली इस सरकार को आने वाले विधानसभा चुनाव में सत्ता से बेदखल करने का काम करेंगे। इस मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।