22 मई को मुरादाबाद के व्यवसायिक शिक्षा कौशल विकास योजना के तहत विकास भवन सभागार में मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में बैठक सम्पंन हुई, जिसमें सीडीओ ने व्यवसायिक शिक्षा कौशल विकास योजना को लेकर 16 ट्रेनिंग संस्थाओं द्वारा प्रशिक्षण आरंभ नहीं कराने नाराजगी जाहिर कर एफआईआर दर्ज कराने की चेतावनी दी है। सीडीओ द्वारा व्यवसायिक शिक्षा कौशल विकास योजना को लेकर प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए गए थे। कुछ संस्थाओं द्वारा दिए गए प्रशिक्षण की समीक्षा में कार्य संतोषजनक नहीं मिला, जिस पर उन्होंने कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
मुरादाबाद जनपद में 4500 अभ्यार्थियों को दिया जाना है प्रशिक्षण
मुरादाबाद जनपद में 21 संस्थाओं की ओर से व्यावसायिक शिक्षा का 4500 अभ्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाना है। इसकी अवधि के विषय अनुसार तय होनी थी। एक माह बाद प्रशिक्षण पूर्ण रूप शुरू नहीं हो पाया। 18 से 35 उम्र के हेल्थ केयर, इलेक्ट्रिशियन, टेक्नीशियन, सिलाई कढ़ाई, बुनाई, समेत छह विषय का प्रशिक्षण देना है।
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प्रत्येक संस्था पर 108 अभ्यर्थियों की जिम्मेदारी
प्रत्येक संस्था पर 108 अभ्यर्थियों की जिम्मेदारी है। इसे लेकर मुख्य विकास अधिकारी सुमित कुमार यादव ने 22 मई को विकास भवन में योजना से संबंधित अधिकारियों के साथ कार्य की समीक्षा की। इसमें पांच ट्रेनिंग संस्थाओं ने प्रशिक्षण कराया। लेकिन, संतोषजनक न होने पर सीडीओ ने नाराजगी जताई। अब तक प्रशिक्षण शुरू न करने वाली 16 ट्रेनिंग संस्थाएं, फ्यूजन ई-सिस्टम , फ्यूचर सेप स्किल प्राइवेट लिमिटेड, कल्पना एजुकेशन सोसायटी, दक्ष एकेडमी, नारायण एजुकेशन सोसायटी, मेधावी फाउंडेशन को एफआईआर की चेतावनी दी।
कैंप लगाकर दिया जाना है प्रशिक्षण
मुरादाबाद जिला समन्वयक मनोज सिंह ने बताया कि 2023-24 में चार राजकीय इंटर कालेज, जिला कारागार, बाल सुधार ग्रह समेत अन्य प्रशिक्षण केंद्रों की ओर कैम्प लगाकर प्रशिक्षण दिया जाना है। इसके लिए 15 दिन में 100 प्रतिशत पंजीकरण कराया जाए। इस दौरान जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला जेलर, जिला सेवायोजन अधिकारी, कौशल विकास मिशन के प्रबंधक उपस्थित रहे।