उपभोक्ताओं को सोशल मीडिया पर भ्रामक विज्ञापनों से बचाने के लिए केंद्र सरकार ने इन्फ्लुएंसर के लिए नए नियमों की घोषणा की है। इस नियम का उल्लंघन करने वालों को 50 लाख रुपए का जुर्माना देना होगा। शुरुआत में भ्रामक या गलत तरीके से पेश की गई सामग्री को बढ़ावा देने पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। साथ ही बार-बार नियमों का उल्लंघन करने पर 50 लाख तक का जुर्माना वसूला जाएगा।
हाल के वर्षों में, स्वतंत्र मीडिया के रूप में सोशल मीडिया पर इनफ्लयुएंसर और पत्रकारों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। इसमें सशुल्क उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए Facebook, Twitter और YouTube शामिल हैं। भ्रामक सूचनाओं और जानकारियों से लोगों को बचाने के लिए सरकार ने यह नियम जारी किया है।
क्या हैं सरकार के नए नियम?
-उपभोक्ता मामलों के केंद्रीय ग्राहक विभाग ने सोशल मीडिया के लिए नए नियम लागू किए हैं।
-केंद्र ने कहा कि सोशल मीडिया पर सशुल्क सामग्री पोस्ट करना नियमों का उल्लंघन है। ऐसे में पेड पोस्टर लगाने वालों को 50 लाख जुर्माना देना होगा।
-शुरुआत में भ्रामक या गलत तरीके से भुगतान की गई सामग्री को बढ़ावा देने पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। साथ ही बार-बार नियमों का उल्लंघन करने पर 50 लाख तक का जुर्माना वसूला जाएगा।
-नए नियमों के अनुसार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किसी भी पेड आर्टिकल को डिस्क्लेमर देना होगा। उपभोक्ताओं को भ्रामक पोस्ट से बचाने के लिए सरकार ने नए नियम लागू किए हैं।
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