देश के गन्ना (Sugarcane) किसानों (Farmers) के लिए अच्छी खबर है। सरकार ने बुधवार (28 जून) को 2023-24 सत्र के लिए गन्ने का उचित और लाभकारी मूल्य (Fair And Remunerative Price) 10 रुपये बढ़ाकर 315 रुपये प्रति क्विंटल (Per Quintal) कर दिया। एफआरपी वह न्यूनतम मूल्य है जो चीनी मिलों को गन्ना किसानों को भुगतान करना होता है। गन्ने का मौसम अक्टूबर से शुरू होता है। सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने कहा कि आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी (Cabinet Committee) ने गन्ने की न्यूनतम कीमत बढ़ाने का फैसला किया है। सत्र 2023-24 के लिए गन्ने का एफआरपी 315 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है।
पिछले सत्र में गन्ने का न्यूनतम मूल्य 305 रुपये प्रति क्विंटल था। ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री सदैव अन्नदाता के साथ हैं। सरकार सदैव कृषि एवं किसानों को प्राथमिकता देती रही है। उन्होंने कहा कि 2014-15 में गन्ने का न्यूनतम मूल्य 210 रुपये प्रति क्विंटल था। अब 2023-24 में यह बढ़कर 315 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है।
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5 लाख कर्मचारियों को फायदा
गन्ने की एफआरपी बढ़ाने के मोदी सरकार के फैसले से 5 करोड़ गन्ना किसानों को फायदा होगा। इसके साथ ही गन्ना मिलों और उनसे जुड़ी गतिविधियों में काम करने वाले 5 लाख कर्मचारियों को भी इस फैसले से फायदा होगा। आपको बता दें कि नया गन्ना सत्र अक्टूबर महीने से शुरू होगा।
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