केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा है कि चाम धाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए केन्द्र सरकार तीन स्तरीय स्वास्थ्य सेवा बुनियादी ढांचा तैयार करने जा रही है। उन्होंने कहा कि एम्स ऋषिकेश, दून और श्रीनगर मेडिकल कॉलेजों से रेफरल सहायता के साथ ड्रोन द्वारा तीर्थयात्रियों के लिए आपातकालीन दवाएं प्रदान की जाएंगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने 6 मार्च को उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत से मुलाकात के बाद यह बातें कही।
ड्रोन का भी किया जाएगा इस्तेमाल
डॉ. मांडविया ने कहा कि यात्रा के ऊंचे इलाकों में आपातकालीन दवाएं मुहैया कराने के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जाएगा। हाल ही में उत्तर पूर्वी क्षेत्र में कोरोना टीकों के परिवहन के लिए ड्रोन का सफलतापूर्वक उपयोग किया गया है। केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री गढ़वाल हिमालय में 10,000 फुट से ऊपर स्थित हैं। हाल ही में एम्स-ऋषिकेश ने दवाइयां देने और लेने के लिए ड्रोन सेवा शुरू की है। एम्स ऋषिकेश, दून मेडिकल कॉलेज और श्रीनगर मेडिकल कॉलेजों के साथ एक मजबूत रेफरल बैक एंड सिस्टम विकसित किया जा रहा है, जो विशेषज्ञ देखभाल के लिए तृतीयक नोड के रूप में काम कर रहा है।
तीर्थ यात्रियों के स्वास्थ्य के लिए संपूर्ण नैदानिक उपचार
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह तीर्थ यात्रियों के स्वास्थ्य के लिए संपूर्ण नैदानिक उपचार प्रदान करेगा। इन उपायों को जागरूकता गतिविधियों के साथ बढ़ावा दिया जाएगा, जैसे मौसम की स्थिति के बारे में तीर्थयात्रियों को सूचित करने के लिए वेबसाइट एवं पोर्टल, अनुकूलन का महत्व, रास्ते में स्वास्थ्य सुविधाओं का स्थान, कॉल सेंटर नंबर, यात्रा पूर्व स्क्रीनिंग, आपातकालीन सहायता नंबर इत्यादि।