चारमीनार (Charminar) भारत (India) के तेलंगाना राज्य के हैदराबाद (Hyderabad) शहर में स्थित एक ऐतिहासिक स्मारक (Monument) और मस्जिद है। इसका निर्माण 1591 में कुतुब शाही वंश के शासक मोहम्मद कुली कुतुब शाह (Muhammad Quli Qutb Shah) ने करवाया था। चारमीनार हैदराबाद का प्रमुख प्रतीक है और विश्व प्रसिद्ध स्मारक है।
चारमीनार क्यों प्रसिद्ध है?
चारमीनार अपनी ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, और वास्तुकला की खूबसूरती के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। इसके प्रसिद्ध होने के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं।
चारमीनार की विशेषताएं
नाम का अर्थ
चारमीनार का मतलब “चार मीनारें” है, जो इसकी वास्तुकला की सबसे खास पहचान है।
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वास्तुकला
– चारमीनार 56 मीटर ऊंचा है और इसमें चार मीनारें हैं, जो चार दिशाओं में हैं।
– यह इमारत इंडो-इस्लामिक वास्तुकला शैली का उत्कृष्ट उदाहरण है, जिसमें फारसी, भारतीय और इस्लामी डिज़ाइन का मेल है।
मकसद
कहा जाता है कि इसका निर्माण शहर में प्लेग के खत्म होने के प्रतीक के रूप में हुआ था।
मस्जिद और बाजार
– इसकी ऊपरी मंजिल पर एक मस्जिद है।
– इसके आसपास प्रसिद्ध लाड बाजार स्थित है, जहां पारंपरिक गहनों और मोतियों की खरीदारी की जाती है।
रात्रि दृश्य
रात के समय चारमीनार को रोशनी से सजाया जाता है, जो इसे और भी आकर्षक बनाता है।
चारमीनार की यात्रा
अगर आप चारमीनार देखने जाना चाहते हैं, तो इसका अनुभव सुबह से शाम तक शानदार होता है। यह पर्यटकों और इतिहास प्रेमियों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है।
देखें यह वीडियो –
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