सूर्य उपासना का पर्व छठ का 19 नवंबर को तीसरा दिन था। इस दौरान कठुआ महिलाएं पूजा-अर्चना में व्यस्त रहीं। शाम के समय नहर के घाट पर लोकगीतों की गूंज रही। व्रती महिलाओं ने डूबते सूर्य को पहला अर्घ्य दिया।
19 नवंबर की शाम को छठ पूजा के दौरान सीटीएम के कार्यकारी अध्यक्ष उमेश गुप्ता, कार्यकारी उपाध्यक्ष यू के पटनायक, उपाध्यक्ष मनोज कुमार झा, उपाध्यक्ष आर के बंसल, महाप्रबंधक जसविंदर सिंह भी नहर के किनारे पहुंचे और लोगों को छठ पर्व की शुभकामनाएं दीं। शुक्रवार को नहाय-खाए के साथ पर्व की शुरुआत हुई थी।
19 नवंबर को दिनभर रखा निर्जला व्रत
घाट पर आए श्रद्धालुओं ईंदू देवी, अनिता देवी, निशू देवी, उषा देवी, निर्माला देवी, मीरा देवी आदि के अनुसार तीसरे दिन छठी मईया की विशेष पूजा की जाती है। इसके लिए घाटों और तालाबों पर अच्छी तरह से साफ-सफाई की जाती है। व्रती महिलाओं ने 19 नवंबर को दिनभर निर्जला व्रत रख कर शाम को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया। वहीं 20 नवंबर को तड़के सभी व्रती उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देंगी और घाट पर व्रती महिलाओं के लिए खजुरिया मार्केट के दुकानदारों द्वारा चाय और खाने पीने की वस्तुओं का लंगर लगाकर श्रद्धालुओं की सेवा की जाती है। इसी के साथ छठ महापर्व संपन्न हो जाएगा। शुद्धता का पर्याय माने जाने वाले इस पर्व को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिला। बाहरी राज्यों के साथ-साथ कठुआ शहर के स्थानीय लोग भी इस पर्व की रौनक में शामिल हुए।