छत्तीसगढ़ में नक्सलियों की नई खुराफात सामने आई है। जिसके अनुसार लॉकडाउन में विद्यालय बंद होने के कारण घर लौटे छात्रों को नक्सली प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इन छात्रों की संख्या 700 के लगभग है। यह खुलासा भारतीय पुलिस सेवा के सेवानिवृत्त एक वरिष्ठ अधिकारी के ट्वीट से हुआ है।
बीजापुर में नक्सली हमले में 22 सुरक्षाकर्मियों के हुतात्मा के होने की घटना को एक महीने से कुछ ही दिन अधिक हुए हैं। अब सीमा सुरक्षा बल, उत्तर प्रदेश और अमस के पूर्व पुलिस महानिदेशक प्रकाश सिंह का एक ट्वीट सामने आया है।
700 स्कूली छात्रों को प्रशिक्षण दिए जाने का दावा
पूर्व पुलिस महानिदेशक सिंह ने कहा है कि, ‘ पता चला है कि लॉकडाउन में सीपीआई-माओवादियों ने लगभग 700 स्कूली छात्रों की नियुक्ति की है। ये सभी 12 से 18 आयुवर्ग के हैं। इन स्कूली छात्रों के लिए एक प्रशिक्षण शिविर छत्तीसगढ़ के अबुझमाड़ में एक माह के लिए आयोजित किया गया है।’ इस विषय में हिंदुस्थान पोस्ट ने संबंधित अधिकारियों से जानकारी लेने का प्रयत्न किया लेकिन कोई जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई।
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CPI-Maoist are learnt to have recruited nearly 700 school children aged between 12-18 years during the coronavirus lockdown. A training camp for these school children was organised in the Abujhmad area of Chhattisgarh for a month.
— Prakash Singh (@singh_prakash) May 12, 2021
मीडिया में भी आ रही हैं खबरें
पूर्व पुलिस महानिदेशक प्रकाश सिंह के अलावा इस घटना के विषय में खबरें भी प्रकाशित हो चुकी हैं। समाचार पटल ‘सिर्फ सच’ ने भी इस जानकारी को प्रकाशित किया है।
आईजी सुंरदरराज पी ने दी ये जानकारी
इस समाचार माध्यम ने लिखा है कि, इस प्रकरण में बस्तर के आईजी सुंरदरराज पी का एक बयान सामने आया था। जिसमें आईजी ने कहा कि कोरोना के कारण अधिकतर बच्चे घर लौटे हैं, ऐसे में इस तरह की संभावनाओं से इन्कार नहीं किया जा सकता। इस प्रकरण में पुलिस को शिकायत नहीं मिली है।
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है, फिर भी नक्सली अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। #Naxaliteshttps://t.co/YorO9C6Dfu
— Sirf Sach (@SirfSach01) May 6, 2021