शीतलहरी से उत्पन्न होने वाली समस्याओं से निराश्रित, असहाय एवं कमजोर वर्ग के असुरक्षित लोगों को राहत देने के लिए योगी सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री की ओर से स्पष्ट निर्देश हैं कि शीतलहरी के दौरान गरीबों में वितरित किये जाने वाले कंबलों की गुणवत्ता उच्च क्वालिटी की होनी चाहिए।
120 करोड़ की धनराशि आवंटित
योगी सरकार ने इसके लिए बजट की पहली किस्त जारी करते हुए सभी मंडलायुक्त एवं जिलाधिकारियों को पुख्ता इंतजाम के दिशा-निर्देश भी दे दिये हैं। सरकार ने शीतलहरी के दौरान निराश्रित व्यक्तियों, शरणार्थियों और प्रभावितों के अस्थायी आवास, भोजन, वस्त्र एवं चिकित्सा सुविधा के लिए राहत विभाग को 120 करोड़ की धनराशि आवंटित की है। इसके सापेक्ष विभाग की ओर से भी सभी जिलाधिकारियों को शीतलहरी से निपटने के लिए पहली किस्त करीब बीस करोड़ की धनराशि जारी कर दी गई है।
कंबल के लिए राशि जारी
राहत आयुक्त जीएस नवीन ने बताया कि शीतलहरी से निपटने के लिए 351 तहसील को कंबल के लिए पहली किस्त के रूप में 17,55,00,000 रुपये जारी किए गए हैं। वहीं अन्य राहत सामग्री के लिए 1,75,50,000 रुपये जारी किए गए हैं। ऐसे में विभाग ने पहली किस्त के रूप में कुल उन्नीस करोड़ तीस लाख पचास हजार रुपये जारी किए हैं। इसमें सबसे अधिक धनराशि 38 लाख 50 हजार गाजीपुर, बुलंदशहर, गोरखपुर, सीतापुर और लखीमपुर खीरी के लिए जारी की गई है।
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शेल्टर होम पर व्यवस्थापक का नाम और मोबाइल नंबर अवश्य दर्शाएं
शीतलहरी से निपटने के लिए जिलाधिकारियों, अपर जिलाधिकारियों, मुख्य विकास अधिकारियों, उपजिलाधिकारियों एवं तहसीलदारों को अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण कर सभी नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत में समय रहते रैन बसेरे एवं शेल्टर होम आदि की स्थापना कर ली जाए। इन रैन बसेरे एवं शेल्टर होम पर व्यवस्थापक का नाम और मोबाइल नंबर अवश्य दर्शाया जाए। साथ ही रात में जिले के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा औचक निरीक्षण किया जाए।