देशव्यापी टीकाकरण के बीच 12 से अधिक उम्र के बच्चों के लिए एक और टीका नोवोवैक्स के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने 12 -18 वर्ष तक के किशोरों के लिए नोवोवैक्स आपातकालीन उपयोग की अनुमति दी है। यह पहला प्रोटीन आधारित वैक्सीन है। नोवोवैक्स कोरोना खिलाफ 80 प्रतिशत प्रभावी पाया गया है।
भारत में ‘कोवोवैक्स’ ब्रांड का नाम
नोवोवैक्स द्वारा जारी किए गए एक आधिकारिक बयान के मुताबिक एनवीएक्स-सीओवी 2373 को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) द्वारा भारत में निर्मित और विपणन किया जा रहा है। वैक्सीन को भारत में ‘कोवोवैक्स’ ब्रांड नाम से बेचा जाता है।
ये भी पढ़ें – फंस गया ‘साला’! महाराष्ट्र में मिसेस सीएम के घर तक पहुंची कार्रवाई
गर्व की बात
नोवोवैक्स के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सी एर्क के ने कहा कि उन्हें किशोरों के लिए मिली मंजूरी पर गर्व है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि यह मंजूरी पूरे भारत और एलएमआईसी में टीकाकरण प्रयासों को मजबूत करने में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
12-14 साल के बच्चों को दी गई कुल 52 लाख पहली खुराक
बता दें कि पिछले सप्ताह 12 से 14 वर्ष की आयु के बच्चों को जैविक ई के कॉर्बेवैक्स की खुराक के साथ टीकाकरण शुरू किया। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 12-14 साल के बच्चों को कुल 52 लाख पहली खुराक दी गई।