चीन की महामारी, भारत की दवा…. इन राष्ट्राध्यक्षों ने भी जताया विश्वास!

भारत में बनी कोरोना वैक्सीन की गुणवत्ता का लोहा पूरी दुनिया मान रही है। जिन देशों के संबंध भारत से बिगड़े हुए हैं, उन देशों के नेता-मंत्री भी भारत की वैक्सीन को सुरक्षित और भरोसेमंद मानने पर मजबूर हैं।

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भारत में बनी कोरोना वैक्सीन को लेकर कुछ दिनों पहले तक भले ही तरह-तरह की बातें कही जा रही थीं, लेकिन अब पूरी दुनिया में इसका डंका बज रहा है। यहां तक कि जिन देशों से भारत के संबंध अच्छे नहीं हैं, उन पड़ोसी देशों के मंत्री और नेता भी भारत में बनी वैक्सीन लगवाने को प्राथमिकता दे रहे हैं। हाल ही में कई देशों के मंत्रियओं और नेताओं ने चीन तथा रसिया व अन्य देशों में बनी कोरोना वैक्सीन के उपलब्ध होते हुए भी भारत में बनी कोरोना वैक्सीन लगवाकर इसकी गुणवत्ता और भारत पर अपने भरोसे पर मुहर लगा दी है।

9 मार्च को नेपाल के कार्यवाहक प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भारत में बनी वैक्सीन कोविशील्ड लगवाई, वहीं 10 मार्च को कंबोडिया के प्रधान मंत्री हून सेन ने भी मेड इन इंडिया कोविशील्ड लगवाई। इनसे पहले बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने भी कोविशील्ड वैक्सीन लगवाकर भारत पर अपना भरोसा जताया था।

नेपाल को चीन से ज्यादा भारत की वैक्सीन पर विश्वास
नेपाल में ओली के साथ ही उनकी सरकार के कई मंत्रियों ने भी भारत में बनी वैक्सीन लगवाई। हालांकि चीन में बनी वैक्सीन भी नेपाल में उपलब्ध है। भारत ने जहां नेपाल को 10 लाख टीके निःशुल्क उपहार दिए हैं, वहीं चीन ने भी पांच लाख टीके वहां भेजे हैं। नेपाल भले ही चीन को अपना दोस्त मानता हो और उसकी तारीफों के पुल बांधते थकता नहीं हो, लेकिन टीका के मामले में उसे चीन पर भरोसा नहीं है। इसलिए पीएम ओली और उनकी पत्नी राधिक ने त्रिभुवन विश्वविद्यालय शिक्षण अस्पताल में जाकर भारत में बनी वैक्सीन कोविशील्ड का टीका लगवाया। उनके साथ ही उनकी सरकार के वित्त मंत्री विष्णु पौडेल, स्वास्थ्य मंत्री हृदयेश त्रिपाठी और विदेश मंत्री प्रदीप कुमार ग्यावली ने भी भारत में बने टीके लगवाए।

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बांग्लादेश की पीएम ने लगवाई भारत में बनी वैक्सीन
बता दें कि भारत ने जनवरी में ही बांग्लादेश को 20 लाख से ज्यादा वैक्सीन की खुराक उपलब्ध कराई थी। बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने भी भारत में बनी कोविशील्ड टीका लगवाना पसंद किया। हालांकि उनके पास भी चीन की बनी वैक्सीन उपलब्ध थी। यही नहीं, शेख हसीना ने इसके लिए भारत का आभार भी माना था। उन्होंने अपने आभार में कहा था, ‘मैं उपहार के रुप में टीका भेजने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देती हूं।’ इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि बांग्लादेश भारत से तीन करोड़ वैक्सीन की खरीदी करनेवाली है।

पाकिस्तान को पसंद है भारत की वैक्सीन
यहां तक कि हमेशा से भारत में आतंकवाद बोने वाला पाकिस्तान के लिए इस मुश्किल वक्त में भारत मददगार साबित हो रहा है। भारत ने उसे वैक्सीन की 1.6 करोड़ डोज, वो भी फ्री में, देने का निर्णय लिया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के लोगों को भी चीनी वैक्सीन पर भरोसा नहीं है। वे भारत मे बनी वैक्सीन के आने का इंतजार कर रहे हैं।

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भारत 65 देशों को उलब्ध करा रहा है वैक्सीन
भारत वर्तमान में 65 देशों को वैक्सीन उपलब्ध करा रहा है। यहां तैयार वैक्सीन सस्ती और भरोसेमंद है। श्रीलंका, भूटान, मालदीव, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार को भारत ने मुफ्त में लगभग 56 लाख टीके उपलब्ध कराए हैं। बता दें कि भारत विश्व में कोरोना वैक्सीन का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। फिलहाल पुणे की सीरम इंस्टीट्यूट और हैदराबाद की भारत बायोटेक कंपनी में कोरोना टीके का निर्माण किया जा रहा है।

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