बारिश का मौसम शुरू होने के साथ जनपद के कई क्षेत्रों में बारिश लगातार हो रही है। ऐसे में कई बार गरज-चमक के साथ भी बरसात हो रही है। ऐसे में आकाशीय बिजली यानी वज्रपात अक्सर जानलेवा हो जाती है। हालांकि इससे सतर्कता बरतकर अपनी जान बचाई जा सकती है।
राज्य सरकार ने जारी की है एडवाइजरी
अक्सर देखा जाता है कि पेड़ों के नीचे रुकने वाले, बारिश के दौरान खेतों में काम करने वाले व अचानक खुले में एक साथ ठहरने वाले लोग इसके चपेट में आ जाते हैं। ऐसे में राज्य सरकार के राजस्व व आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से लोगों को एडवाइजरी जारी की गई है। लोग सर्तकता बरतकर वज्रपात की चपेट में आने से बच सकते हैं।
दामिनी ऐप से होगी लोगों की सुरक्षा
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व शिव प्रताप शुक्ल के मुताबिक दामिनी ऐप से लोगों को पता चल जाएगा कि आकाशीय बिजली कब और कहां गिरेगी। इसे आसानी से गूगल प्ले स्टोर के माध्यम से डाउनलोड किया जा सकता है। इसके माध्यम से करीब 35 से 40 मिनट पहले ही कहां बिजली गिरने वाली है, इसका पता लगाने की संभावना ज्यादा रहती है। दैवीय आपदा के तहत आसमानी बिजली गिरने वाले स्थानों से दूर रहना पहला बचाव है। ऐसे में बड़े वृक्ष, तालाब, पोखरा, बिजली के खंभे और खुला मैदान से दूर ही रहें। जब आप घर के भीतर हों तो बिजली से संचालित उपकरणों से दूर रहें, तार वाले टेलीफोन का उपयोग नहीं करें।
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बरतें ये सावधानी
खिड़कियां व दरवाजे बंद कर दें, बरामदे और छत से दूर रहें। चूंकि वृक्ष बिजली को आकर्षित करते हैं। अत: बिजली चमकते समय वृक्ष के नीचे न खड़े रहें, ऊंची इमारतों वाले क्षेत्र में आश्रय न लें। समूह में खड़े होने के बजाय अलग-अलग हो जाएं। यदि किसी को बिजली का झटका लग जाता है तो जरूरत के अनुसार उस व्यक्ति को सीपीआर, कार्डियो पल्मोनरी रेसिटेंशन यानि कृत्रिम सांस देें। इसके बाद उसे तत्काल डाक्टर के पास ले जाएं।