डाॅ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय प्रशासन सातवें दीपोत्सव को भव्यता प्रदान करने 3-डी इंपैक्ट आधारित राम मंदिर मॉडल का निर्माण कर 108000 दीए प्रज्ज्वलित करेगा। इसके लिए राम की पैड़ी के घाट नम्बर 10 पर प्रभु श्रीराम मन्दिर के माॅडल को दीए से उकेरा जाएगा।
प्रभु श्रीराम का विजयी मुद्रा में प्रवेश
सांस्कृतिक पौराणिक एवं ऐतिहासिक कथानक पर आधारित इस भव्य मंदिर मॉडल में प्रभु श्रीराम को विजयी मुद्रा में प्रवेश करते हुए दर्शाया जाएगा। यह निश्चित ही विश्व पटल पर अपनी छाप छोड़ते हुए जनसामान्य को अपनी ओर आकर्षित करेगा। बुधवार को विवि की कुलपति प्रोफेसर प्रतिभा गोयल के दिशा-निर्देशन में दीपोत्सव को एतिहासिक बनाने के लिए फाइन आर्ट्स विभाग के 150 छात्राओं ने भव्य मंदिर मॉडल को उकेरा। इसमें दीए सजाने के बाद दीपोत्सव के दिन प्रज्ज्वलित किया जाएगा। संयोजिका डॉ. सरिता द्विवेदी की देखरेख में विभागीय शिक्षकों डॉ. रीमा सिंह, सरिता सिंह, आशीष प्रजापति, डॉ. अलका श्रीवास्तव राम की पैड़ी के घाट 10 को गेरुआ रंग में मंदिर मॉडल से संबंधित 60 ब्लॉकों के रेखांकन का कार्य पूर्ण किया।
अवध की लोक कला से प्रभावित
आर्ट्स विभाग की डॉ. रीमा सिंह ने बताया कि मंदिर मॉडल के रंग रोगन का कार्य अवध की लोक कला से प्रेरित रही है जिसके अंतर्गत गेरू एवं सफेद रंग के द्वारा चित्रांकन का कार्य किया जा रहा है। सरिता सिंह ने बताया कि मंदिर निर्माण का निर्धारण ज्यामितीय विधि से बहुत ही आकर्षक विधि से निर्धारित किया गया है। आशीष प्रजापति ने बताया कि भव्य मंदिर मॉडल में मुख्य प्रवेश द्वार के साथ वास्तुकला आधारित 11 द्वार का निर्माण किया गया है।
3-डी इंपैक्ट आधारित राम मंदिर मॉडल का निर्माण
ललित कला विभाग के समन्वयक में प्रोफेसर विनोद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि अवध विश्वविद्यालय एवं उत्तर प्रदेश शासन के विशिष्ट सहयोग से 3-डी इंपैक्ट आधारित राम मंदिर मॉडल का निर्माण लगभग 108000 दीए प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। इसमें छात्र-छात्राओं में वीरेंद्र, विमल, बृजेश, आकांक्षा, कविता, सोनाली, सोनू, उमा, गौरव, साक्षी, आशीष, शिवम, नितेश, सुमन, सूरज, शिव शंकर यादव का सराहनीय योगदान है।