देश की राजधानी दिल्ली की हवा में जहर घुल गया है। प्रदूषण का यह जहर मौसम के बदलते मिजाज के साथ बढ़ता जा रहा है। इस वजह से जहां लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है, वहीं कोरोना संक्रमण बढ़ने का खतरा भी बढ़ गया है। मंगलवार को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 252 रहा,जो खराब की श्रेणी में माना जाता है।फिलहाल प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ गया है कि लोगों ने मॉर्निंग वॉक के लिए निकलना बंद कर दिया है। उनकी शिकायत है कि वॉक करते हुए समय प्रदूषण की वजह से उनका दम घुटने लगता है।
कंट्रोल जरुरी
दिल्ली में सर्दी के मौसम ने दस्तक देना शुरू कर दिया है। पिछले एक सप्ताह से दिल्ली-एनसीआर में तापमान में काफी कमी आई है। इसके साथ प्रदूषण भी बढ़ने लगा है। धूल और पराली से निकलनेवाला धुआं हवा को प्रदूषित कर रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि प्रदूषण बढ़ने पर कोरोना संक्रमण बढ़ने का खतरा भी बढ़ जाएगा। इसलिए प्रदूषण पर कंट्रोल जरुरी है।
Delhi's Air Pollution-
A By-Product of-
Depleted Delhi's Public Transport-
By Kejriwal Government!Please just spare a Minute to know-HOW? 👇
To know the details-Just click on my Pinned Tweet (It would be Pinned for Two Days) pic.twitter.com/4gsQL4nKMY
— Ajay Maken (@ajaymaken) November 12, 2019
अवैध कॉलनियां भी प्लूशन बढ़ने के लिए जिम्मेदार
प्रदूषण बढ़ने का एक कारण दिल्ली की अवैध कॉलोनियां भी हैं। बताया जा रहा है कि ये कॉलोनिया प्रदूषण की गढ़ हैं। हम आपको बता दें कि दिल्ली में 70 प्रतिशत एरिया में अवैध कॉलनियां बसी हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड( सीपीसीबी) के अनुसार बढ़ते प्रदूषण का कारण पराली और वाहनों का धुआं तो बड़ी वजहे हैं ही, दिल्ली के बड़े हिस्से में बसी अवौध कॉलोनियां भी पीछे नहीं है। वहां की कच्ची सड़कें और गली-गली में रखे कंस्ट्रक्शन मटीरियल प्रदूषण बढ़ाकर हवा में जहर घोल रहे हैं। इन कॉलोनियों में चारों ओर धूल उड़ती है और दिल्ली के बाकी हिस्सों की हवा को भी प्रदूषित कर देती है। इन क्षेत्रों में धूल-मिट्टी को कंट्रोल करने के लिए एमसीडी के पास कोई प्लान नहीं है।
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सरकार ने उठाए हैं कई कदम
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए तमाम तरह के कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इलेक्ट्रिक वाहन पॉलिसी को लागू किया है। इसके साथ ही दिल्ली मंत्रिमंडल ने पेड़ों के सरंक्षण के लिए वृक्षारोपण नीति को मंजूरी दी है और कनॉट प्लेल मे स्मॉग टावर लगाने का निर्णय लिया है। साथ ही कंस्ट्रक्शन साइट पर एंटी स्मॉग गन का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसी कड़ी में करीब 39 जगहों पर एंटी स्मॉग गन लगाने का निर्णय लिया गया है।
प्रदूषण के खिलाफ जंग का ऐलान
सीएम केजरीवाल ने कहा है कि हम प्रदूषण के खिलाफ जंग छेड़ रहे हैं। इसके तहत प्रदूषण के खिलाफ मुहिम शुरू कर रहे हैं। दिल्ली में जहां भी पराली होती है, वहां हम रसायन का घोल बनाकर छिड़काव कराएंगे।
ऑड- ईवेन स्कीम अंतिम विकल्प
दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को कहा कि राजधानी में वायु प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए ऑड -ईवन स्कीम को लागू करना अंतिम उपया है। जब यहां सभी उपाय नाकाम हो जाएंगे तो सरकार के पास सिर्फ एक ही उपाय बचेगा। उन्होने कहा कि फिलाहल हम “रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ” कैंपेन पर ध्यान दे रहे हैं। इस अभियान में रेड लाइट पर लोगों को गुलाब का फूल देकर उनसे गाड़ी बंद करने की अपील की जाएगी।
हर साल की समस्या
बता दें कि हर वर्ष सर्दी के मौसम में दिल्ली में एयर प्लूशन की समस्या होती है। इसकी वजह से दिल्ली और उसके आसपास के शहरों के लोगों को स्वास्थ्य की समस्या से जूझना पड़ता है। लेकिन अभी तक सरकार के पास इसकी रोकथाम के लिए कोई कारगर उपाय नहीं है।