जनपद के लक्सर में ट्रेनों के स्टॉपेज की मांग को लेकर व्यापारियों ने बुद्धि शुद्धि के लिए हवन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय और व्यापारी भी शामिल रहे। लक्सर व्यापार मंडल के मनोज वर्मा ने कहा कि करोड़ों रुपये लगाकर लक्सर रेलवे स्टेशन का सौंदर्यीकरण तो सरकार ने कर दिया, लेकिन यहां ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की बजाय और कम कर दी गई।
व्यापारियों ने कहा कि कोरोना काल के दौरान सभी ट्रेनें बंद थीं लेकिन कोरोना काल समाप्त होने के बाद लक्सर से होकर हरिद्वार, ऋषिकेश और देहरादून जाने वाली कई ट्रेनों को बाईपास कर दिया गया। ट्रेनों के बाईपास होने से रोजाना अप डाउन करने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्टेशन पर खाने पीने का सामान बेचने वाले वेंडर्स के सामने भी आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि अभी तो उन्होंने सरकार की बुद्धि शुद्धि के लिए यज्ञ किया है। अगर जल्द ही उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो 12 सितम्बर से वो भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे।
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विद्यार्थियों को उठानी पड़ रही मुश्किलें
गौरतलब है कि कोरोना काल के बाद ऋषिकेश, दिल्ली, हरिद्वार दिल्ली पैसेंजर और देहरादून बांद्रा एक्सप्रेस ट्रेनों के स्टॉपेज लक्सर से हटाकर बाईपास हरिद्वार, देहरादून और ऋषिकेश कर दी है, जिसके चलते लक्सर क्षेत्र के कामकाजी, मजदूर, विद्यार्थियों को परेशानी उठानी पड़ रही है।