दिसंबर महीने में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियों में जुटे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उनकी सरकार इस समिट के जरिए राज्य में अधिक से अधिक निवेश लाने को पुरजोर कोशिश में जुटे हुए हैं ताकि राज्य में विकास को रफ्तार मिल सके। मुख्यमंत्री धामी इसी कड़ी में 25 अक्टूबर को देहरादून से दिल्ली रवाना हो चुके हैं, जहां से वे चेन्नई जाएंगे।
तमिलनाडु के साथ उत्तराखंड के पुराने संबंध
25 अक्टूबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चेन्नई रवाना होने से पूर्व कहा कि तमिलनाडु के साथ उत्तराखंड के गहरे सांस्कृतिक और धार्मिक रिश्ते हैं। यहां बाबा केदार विराजते हैं तो वहां रामेश्वरम। उनका कहना है कि हर साल लाखों लोग तमिलनाडु से चार धाम यात्रा पर आते हैं। उनसे जब यह पूछा गया कि तमिलनाडु से उन्हें किस क्षेत्र में निवेश मिलने की उम्मीद है तो उन्होंने कहा कि शिक्षा, उद्योग और पर्यटन कई क्षेत्र ऐसे हैं जिसमें तमिलनाडु के लोग निवेश करना चाहते हैं। सीएम धामी रात 8 बजे चेन्नई पहुंचेंगे और उद्योग जगत की हस्तियों के साथ उनकी बैठक होगी। सीएम धामी के साथ पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज भी चेन्नई गए हैं।
हाल ही में गए थे दुबई
अभी धामी जब अपने दुबई दौरे पर गए थे, तब उनके साथ स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत भी गए थे। उत्तराखंड सरकार को अब तक लगभग 55 हजार करोड़ का निवेश मिल चुका है, जिन कंपनियों के साथ निवेश प्रस्तावों पर एम ओ यू साइन हो चुके हैं उन्हें समिट से पूर्व ग्राउंड पर उतारने की तैयारी भी चल रही है।
रोड शो का होगा आयोजन
त्रिवेंद्र सरकार के कार्यकाल में हुई इन्वेस्टर्स समिट के प्रस्तावों के धरातल पर न उतर पाने के बारे में उनका कहना है कि कोरोना के कारण जो निवेश नहीं हो सका था, हम अब उन्हें भी लाने की तैयारी कर रहे हैं। कल धामी का यहां एक बड़ा रोड शो भी आयोजित होना है। इसके बाद 28 अक्टूबर को उनका मुंबई और 1 नवंबर को गुजरात दौरा भी प्रस्तावित है। सरकार ने इस समिट के जरिए 2.5 लाख निवेश का लक्ष्य रखा है।