छोटीकाशी मण्डी में पहली मर्तबा काशी की तर्ज पर सरस्वती घाट में देव दीपावली का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी व्यास आरती कमेटी छोटी काशी मंडी की अध्यक्ष कृष्ण मेहला ने दी । उन्होंने कहा कि डेढ़ साल पूर्व से मां गंगा मैया की आरती की तर्ज पर व्यास आरती भी की जा रही है। जिस प्रकार लोगों की धार्मिक आस्थाएं माता गंगा से जुड़ी हुई है उसी प्रकार व्यास नदी से भी लोगों की धार्मिक आस्थाएं जुड़ी हुई है।
डेढ़ वर्ष पूर्व बाबा भूतनाथ मंदिर कमेटी ने यह पहल शुरू की और व्यास आरती कमेटी का गठन करके डेढ़ साल से यहां प्रक्रिया निरंतर चल रही है। उन्होंने कहा कि एक कथा के अनुसार कार्तिक महीने की पूर्णिमा तिथि को भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नामक राक्षस का वध किया था।राक्षस के आतंक के अंत के बाद सभी देवता गण इस दिन काशी पधारे और खुशी में अनेक दीपक जलाकर उत्सव मनाया था। इसी वजह से हर वर्ष कार्तिक की पूर्णिमा तिथि पर दीपावली के 15 दिन बाद देव दीपावली का पर्व मनाया जाता है।छोटी काशी के सरस्वती घाट में 26 नंवबर को की शाम को 6 बजे दीप पर्व मनाया जाएगा।
यह भी पढ़ें – Indian Air Force: प्लैटिनम जुबली के मौके पर जवानों ने किया प्रदर्शन –
सरस्वती घाट में दीप जलाए जाएंगे
उन्होंने कहा कि 5:00 बजे शाम को पहले व्यास आरती की जाएगी तथा उसके बाद सरस्वती घाट में दीप जलाए जाएंगे। 26 को 3:15 बजे पूर्णिमा शुरू हो रही है जो दूसरे दिन 2:17 तक रहेगी। व्यास आरती जहां 26 शाम को होगी और 27 नवंबर की सुबह पवित्र स्नान होगा। उन्होंने कहा कि देव दीपावली को लेकर धार्मिक मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदियों में स्नान तथा दान पुण्य करने और दीपदान करने से कई तरह की फल की प्राप्ति होती है। इस दिन लोग पवित्र नदियों में डुबकी लगाते हैं उसके बाद दीपदान करते हैं।