उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 29 अगस्त को कहा कि वर्ष 2017 में सरकार बनते ही सबसे पहले फिक्की के एक कार्यक्रम में जाने का मौका मिला। उस वक्त समझ में नहीं आ रहा था कि कार्यक्रम में क्या बोलूं, क्योंकि उस समय सरकार और उद्योग जगत में विश्वास का अभाव था। पूर्व की सरकारों ने राजनीतिक इच्छा शक्ति की कमी के कारण प्रदेश को लगातार पीछे धकेलने का काम किया। नौकरशाही का बैरियर प्रदेश के विकास को बाधित कर रहा था।
मुख्यमंत्री योगी आज गोमतीनगर के ताज होटल में आयोजित फिक्की की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले छह वर्षों के कार्यकाल में जो माहौल बना है ये उसी का नतीजा है कि फिक्की 38 वर्षों के बाद उप्र की राजधानी में अपने नेशनल एग्जिक्यूटिव्स के साथ बैठक कर रही है। यह दर्शाता है कि उप्र वाकई में सही दिशा में आगे बढ़ रहा है।
सरकार बैंक का सीडी रेशियो 60 फीसदी ले जाने की दिशा में कर रही काम
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज उप्र प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और नेतृत्व में अंधकार के युग और बीमारू राज्य से उबर कर एक विकसित राज्य की ओर अग्रसर हो चुका है। अब वह दिन दूर नहीं जब उप्र देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनेगा। आप सभी का सकारात्मक योगदान हम सभी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होगा। योगी ने कहा कि प्रदेश ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में चौथे स्थान से दूसरा स्थान हासिल किया है, जो सरकार की पिछले 6 वर्षों में कार्य प्रगति की इच्छा दृष्टि को दर्शाता है। किसी भी प्रदेश में निवेश की सबसे पहली आवश्यकता होती है सुरक्षा की, जिसे हमारी सरकार ने भली भांति समझा। उसके नतीजे आज सभी के सामने हैं। प्रदेश में आज अपराध नहीं होते हैं, कोई भी फिरौती के लिए अपहरण जैसे कृत्य नहीं कर सकता है। कोई गुंडा किसी इंडस्ट्री में जा करके गुंडा टैक्स की वसूली और धमकी नहीं दे सकता है। इन सभी से मुक्त हो करके प्रदेश ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में जो नई रैंकिंग हासिल की है, वह आप सबके सामने है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में एंटी भू माफिया टास्क फोर्स गठित करके 64000 हेक्टेयर लैंड को भू माफिया के कब्जों से मुक्त करवा करके इंडस्ट्री के लिए लैंड बैंक तैयार किया गया है। 6 वर्ष पहले बैंक का सीडी (क्रेडिट-डेबिट) रेशियो 42 फीसदी था, जबकि आज यह 56 फीसदी तक पहुंच चुका है और बहुत जल्द हम इसे 60 फीसदी तक ले जाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। वर्तमान में रिजर्व बैंक के आंकड़े आए हैं, वह समझने के लिए प्राप्त होंगे कि उत्तर प्रदेश आज किस दिशा में आगे बढ़ चुका है।
पहले बुंदेलखंड में टैंकर से जाता था पानी, आज हर घर में नल से पहुंच रहा पानी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इंडस्ट्री के लिए प्रदेश में अनुकूल अवसर हैं क्योंकि उत्तर प्रदेश रेवेन्यू सरप्लस स्टेट है। प्रदेश अपने बड़े से बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर के कार्यक्रम को तेजी के साथ आगे बढ़ा रहा है। प्रदेश में पश्चिमी क्षेत्र के पास अपना इंफ्रास्ट्रक्चर था, लेकिन पूर्वी उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड इन सभी से वंचित था। आज यहां का नजारा कुछ और है। वर्ष 2016 में बुंदेलखंड में भारत सरकार को टैंकर से पानी भेजना पड़ता था। वहीं आज हर घर में नल से पानी पहुंच रहा है। पूर्ववर्ती सरकार ने नोएडा को लूट का अड्डा बना दिया था। आज नोएडा और ग्रेटर नोएडा में आपको दिल्ली और वहां का अंतर बहुत स्पष्ट दिखाई देगा। ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट-23 में 36 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव आए, जो उत्तर प्रदेश के प्रति एक विश्वास का प्रतीक है। वर्ष 2017 से पहले जो एमएसएमई सेक्टर दम तोड़ चुका था, वह आज मार्केट में नये रूप में उभरा है।
उन्होंने कहा कि उप्र में लागू वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना आज भारत सरकार की योजना बना गयी है। इस योजना ने प्रदेश को मैन्युफैक्चरिंग के हब के रूप में स्थापित किया है। वर्तमान में प्रदेश का एक्सपोर्ट करीब 2 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया है। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने फिक्की से जुड़े उद्योग जगत के लोगों से प्रदेश के विकास में अपनी भागीदारी निभाने की अपील की। उन्होंने प्रदेश की टीम के साथ मिल करके काम करने की बात कही।
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह, फिक्की के प्रेसिडेंट सुभ्रकांत पांडा, महासचिव शैलेश पाठक, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनीस शाह, फिक्की यूपी चैप्टर के अध्यक्ष मनोज गुप्ता भी मौजूद रहे।