महाराष्ट्र में बिजली के दाम बढ़ेंगे। बिजली प्रदाता कंपनियों की बिजली समायोजन दर समाप्त होने और कोयले के दाम बढ़ने का झटका बिजली के ग्राहकों को लगेगा। इस संबंध में महाराष्ट्र बिजली नियामक आयोग (एमईआरसी) ने निर्देश भी दिया है।
दाम निकालेंगे दम
नेचुरल गैस की कीमत – प्राप्त सूचनाओं के अनुसार सरकार ने नेचुरल गैस की दाम बढ़ा दिये हैं। यह 6.10 डॉलर प्रति मेट्रिक मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट हो गया है, जो पहले 2.9 डॉलर प्रति मेट्रिक मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट (एमएमबीटीयू) था। यह बढ़ोत्तरी 62 प्रतिशत की है।
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कोयले के बढ़े दाम – इसके अलावा कोयले के दाम भी बढ़े हैं। प्रदूषण नियंत्रण नियमों के अनुरूप बिजली कंपनियां विदेशी कोयले का उत्पादन करती हैं। इसका मूल्य 4.5 रूप से 7.3 रुपए किलो वॉच आवर हो गया है, जिसमें 60 प्रतिशत की बढ़ोतरी है।
महाराष्ट्र में मार्च महीना गर्म रहा है, जिसके कारण बिजली की खपत तेजी से बढ़ी है। इसे देखते हुए राज्य को प्रतिदिन 1,000 मेगावाट बिजली की अतिरिक्त आवश्यकता पड़ सकती है। बढ़ती गर्मी और उद्योगों के पूरी क्षमता से शुरू होने के कारण बिजली की वर्तमान खपत 28,700 मेगावाट तक पहुंच गई है। जून तक इसकी मांग 30,000 मेगावाट तक पहुंच सकती है। इसे देखते हुए महाराष्ट्र सरकार नए निर्णय ले चुकी है।
लोड शेडिंग नहीं
कोयले की कमी और पानी की कमतरता के कारण आनेवाले दिनों में लोगों को लोडशेडिंग झेलनी पड़ सकती है। उर्जा मंत्री के अनुसार राज्य में बिजली निर्माण के दौरान कूलिंग के लिए प्रतिदिन एक टीएमसी पानी लगता है। इसके अनुसार आनेवाले दिनों में बिजली संयंत्रों को पानी की भीषण कमी झेलनी पड़ सकती है।
इसके अलावा कोयले की कमी भी आ रही है। इसके लिए राज्य सरकार ने बिजली कंपनियों को अधिकार दे दिये हैं। जिससे अतिरिक्त कोयला खरीदा जा सके। यह कोयला वर्तमान आवश्यकता और बारिश के दौरान उपयोग के लिए संग्रहित किया जाता है। इन सब दिक्कतों के बीच ऊर्जा मंत्री ने लोढ शेंडिग से इन्कार किया है।
बढ़ेंगे दाम
बिजली नियामक आयोग की अनुमति के बाद महाराष्ट्र में भी बिजली के दाम बढ़ सकते हैं। सूत्रों के अनुसार आगामी जून के बाद यह बदलाव हो सकता है।