Social Media: Ghibli का उतरा भूत! ChatGPT से बना रहे फर्जी आधार और पैन कार्ड

एक्स पर कई उपयोगकर्ताओं ने चैटजीपीटी द्वारा बनाए गए नकली आधार कार्ड की तस्वीरें साझा की हैं, जिससे व्यापक बहस छिड़ गई है।

71

– कोमल यादव

एक तरफ जहां इंटरनेट (Internet) पर घिबली-स्टाइल पोर्ट्रेट (Ghibli-Style Portrait) ट्रेंड की धूम है, सोशल मीडिया (Social Media) पर चैटजीपीटी (Chatgpt) का उपयोग करके बनाई गई एआई-जनरेटेड (AI-Generated) छवियां, तो वहीं एक चिंताजनक ट्रेंड सामने आ रहा है। कुछ सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने नकली आधार (Aadhaar) और पैन कार्ड (Pan Card) की छवियां बनाने के लिए शक्तिशाली एआई टूल का उपयोग करना शुरू कर दिया है, जिससे इसके संभावित दुरुपयोग के बारे में गंभीर चिंताएं पैदा हो रही हैं। लोग नकली सरकारी आईडी कैसे बना रहे हैं? और सबसे महत्वपूर्ण बात, आप फर्जी और असली में अंतर कैसे कर सकते हैं? आइए सरल तरीके से समझते हैं।

चैटजीपीटी बना रहा है नकली आईडी ?
एक्स पर कई उपयोगकर्ताओं ने चैटजीपीटी द्वारा बनाए गए नकली आधार कार्ड की तस्वीरें साझा की हैं, जिससे व्यापक बहस छिड़ गई है। एक उपयोगकर्ता ने एक तस्वीर पोस्ट की और लिखा, “ठीक है, तो चैटजीपीटी आधार छवियां बना सकता है। यह दिलचस्प बात नहीं है। दिलचस्प बात यह है कि प्रशिक्षण के लिए आधार फ़ोटो डेटा कहां से मिला?”

यह भी पढ़ें – Waqf Bill: देश में नया वक्फ कानून लागू, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिली मंजूरी

कार्ड पर एलन मस्क की तस्वीर
अन्य लोगों ने इस चलन को एक कदम आगे बढ़ाते हुए OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन और टेस्ला के CEO एलन मस्क की तस्वीरें शेयर कीं, जिनमें उनके चेहरे भारतीय आधार कार्ड पर लगाए गए थे – जिसमें QR कोड और वैध दिखने वाला आधार नंबर भी था। लेकिन यह सिर्फ़ आधार कार्ड तक ही सीमित नहीं है। कुछ सोशल मीडिया यूज़र दावा करते हैं कि चैटबॉट ने उल्लेखनीय सटीकता के साथ पैन कार्ड भी बनाए हैं।

धोखाधड़ी से कैसे बचें?

AI द्वारा बनाए गए आधार कार्ड और सरकार द्वारा जारी किए गए प्रामाणिक आधार कार्ड के बीच अंतर जानने के लिए, यहां कुछ मुख्य जांचे दी गई हैं, जिन पर आपको ध्यान देना चाहिए।

– मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पहला कदम पहचान पत्र पर पासपोर्ट साइज़ की छवि की जांच करना है। AI द्वारा बनाई गई छवियाँ, भले ही मूल फ़ोटो से ली गई हों, उनमें सूक्ष्म अंतर हो सकते हैं। कुछ मामलों में, नकली आधार कार्ड पर तस्वीर मूल रूप से अपलोड की गई तस्वीर से पूरी तरह अलग हो सकती है।

– इसके बाद, असली और नकली आधार कार्ड पर इस्तेमाल किए गए हिंदी और अंग्रेज़ी फ़ॉन्ट की तुलना करें। AI द्वारा बनाए गए वर्शन में टाइपोग्राफी में थोड़ा अंतर हो सकता है।

– एक और महत्वपूर्ण कारक वाक्य रचना है – आधार कार्ड की संरचना को ध्यान से देखें, जिसमें कोलन, स्लैश और कॉमा का स्थान शामिल है। नकली कार्ड में अक्सर इन विवरणों में छोटी-मोटी विसंगतियां होती हैं।

-सुनिश्चित करें कि आप आधार और भारत सरकार के लोगो को ध्यान से देखें। AI द्वारा जनरेट किए गए संस्करणों में डिज़ाइन, स्पेसिंग या स्पष्टता में असंगतताएँ हो सकती हैं।

– अंत में, सत्यापित करें कि आधार कार्ड पर कोई QR कोड मौजूद है या नहीं। अगर ऐसा है, तो इसकी प्रामाणिकता की जांच करने के लिए इसे स्कैन करें।

– आप UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट या MyAadhaar पर जाकर भी आधार कार्ड को ऑनलाइन सत्यापित कर सकते हैं। अगर आधार नंबर नकली है, तो वेबसाइट आपको एक वैध नंबर दर्ज करने के लिए कहेगी और आगे की कार्रवाई को रोक देगी। अगर कार्ड असली है, तो एक नया पेज दिखाई देगा।

देखें यह वीडियो – 

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.