मशहूर अभिनेत्री सुलोचना लटकर का 94 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्हें मुंबई के सुश्रुषा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके निधन से हर तरफ मातम छाया हुआ है। उनके खराब स्वास्थ्य के बारे में उनकी सचिव कांचन घनेकर ने जानकारी दी थी। उन्होंने बताया था कि उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। सुलोचना दीदी ने कई लोकप्रिय मराठी फिल्मों में भी काम किया है। उन्होंने फिल्म ‘मराठी तितुका मेलवावा’ में जिजाऊ की भूमिका निभाई थी। उनका अंतिम संस्कार 5 जून को किया जाएगा।
सुलोचना दीदी का मूल नाम सुलोचना लटकर था। सुलोचना दीदी का जन्म कोल्हापुर के खडवाल्ट गांव में हुआ था। दीदी ने 250 से अधिक मराठी और 150 से अधिक हिंदी फिल्मों में अभिनय की छाप छोड़ी है। तंबूतल्या फिल्म ने सुलोचना दीदी को पहचान मिली, लेकिन उन्हें वास्तविक शिक्षा गुरु भालजी पेंढारकर के मार्गदर्शन में मिली। सुलोचना दीदी फिल्म ‘जय भवानी’ में बतौर हीरोइन नजर आईं। फिल्म ‘मराठा तितुका मेलवावा’ में जिजाऊ की भूमिका से सुलोचना दीदी का एक अलग ही रूप सामने आया। इसके अलावा दीदी की बहन भंग्या, भौबीज, बाला जोजो रे, चिमनी पखराम, प्रपंच, स्त्री जन्म तूजी ही कहानी, पारिजातक जैसी हिट फिल्में हैं।
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हिंदी फिल्मों में भी बड़ा नाम
मराठी की तरह सुलोचना दीदी ने हिंदी फिलमों में अपने अभिनय की छाप छोड़ी। उन्होंने बिमल रॉय की सुजाता में एक संवेदनशील मां की भूमिका निभाई। हिंदी फिल्मों में वे अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, राजेंद्र कुमार, शशि कपूर की मां बनीं। उन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।