मशहूर उद्योगपति तथा पद्मभूषण राहुल बजाज (83) का 12 फरवरी को दोपहर ढाई बजे पुणे के रूबी हॉल अस्पताल में मल्टी आर्गन फेल्योर की वजह से निधन हो गया। उनका पार्थिव शरीर पुणे स्थित उनके आवास पर थोड़ी ले जाया गया है। 13 फरवरी को शाम 4 बजे पुणे में ही वैकुंठ धाम श्मशान भूमि में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को बजाज समूह के अध्यक्ष राहुल बजाज के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वाणिज्य और उद्योग जगत में उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें याद किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, “राहुल बजाज को वाणिज्य और उद्योग जगत में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए याद किया जाएगा। व्यवसाय से परे, वे सामुदायिक सेवा के प्रति उत्साही थे और एक महान संवादी थे। उनके निधन से आहत हूं। उनके परिवार तथा मित्रों के लिए संवेदनाएं। ओम शांति।”
राष्ट्रपति ने जताया शोक
राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने बजाज समूह के अध्यक्ष राहुल बजाज के निधन पर शोक व्यक्त करते हुये कहा कि उनके निधन से उद्योग जगत में एक खालीपन आ गया है। राष्ट्रपति कोविन्द ने ट्वीट संदेश में कहा, “राहुल बजाज के निधन का समाचार पाकर दुख हुआ। भारतीय उद्योग के अगुआ इसकी प्राथमिकताओं के बारे में भावुक थे। उनके करियर ने देश के कॉर्पोरेट क्षेत्र के उदय और जन्मजात ताकत को दर्शाया। उनके निधन से उद्योग जगत में एक खालीपन आ गया है। उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं।”
पद्म भूषण से सम्मानित राहुल बजाज का आज 83 साल की आयु में निधन
राहुल बजाज का जन्म 19 जून, 1938 को हुआ था। उन्होंने अर्थशास्त्रऔर कानून की स्नातक डिग्री हासिल की थी। बजाज उद्योग समूह के वाहन उद्योग को जन जन तक पहुंचाने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा । पिछले 5 दशक के उनके मेहनत व प्रयास की वजह से ही हमारा बजाज लोगों की आवाज बन गया था। राहुल बजाज 1959-60 व 1999-2000 में कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन (सीआईआई) के अध्यक्ष बने थे। वर्ष 2001 में भारत सरकार ने राहुल बजाज को पद्मभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया था। राहुल बजाज के निधन से बजाज उद्योग समूह को गहरा धक्का लगा है।