फरवरी 2023 में बहुत खास व्रत और त्योहार पड़ने वाले हैं। महीने की शुरुआत माघ महीने की जया एकादशी से हुई है। महाशिवरात्रि, सोमवती अमावस्या, रविदास जयंती सहित कई अन्य पर्व पड़ेंगे। होलाष्टक भी इसी माह शुरू होगा। फाल्गुन की शुरुआत छह फरवरी से हो रही है और समाप्ति सात मार्च को होगी।
मुस्लिम समाज के दो, इसाई समाज के तीन, सिख समाज के एक और आदिवासी समाज के एक पर्व पड़ेंगे। इस दौरान शहर में हर धर्म के लोगों में उत्साह और बाजार में रौनक रहेगी। हिंदू धर्म में फाल्गुन मास का विशेष महत्व है। क्योंकि, इसमें भगवान शिव का विशेष दिन महाशिवरात्रि और रंगों का पर्व होली पड़ता है।
फाल्गुन में धीरे-धीरे शुरू होगी गर्मी
पंडित रामदेव पाण्डेय ने बताया कि इस मास की पूर्णिमा को चंद्रमा फाल्गुनी नक्षत्र में रहता है, इसलिए इसे फाल्गुन मास कहा जाता है। फाल्गुन में धीरे-धीरे गर्मी शुरू हो जाती है। सौर धार्मिक कैलेंडर में फाल्गुन का महीना सूर्य के मीन राशि में प्रवेश के साथ शुरू होता है। हिन्दू धर्म में मास का परिवर्तन चन्द्र चक्र पर निर्भर करता है। चन्द्रमा जिस नक्षत्र में स्थित होता है, उसी नक्षत्र पर उस मास का नाम रखा जाता है।
हिंदू पर्व और त्योहार
05 फरवरी: पूर्णिमा व्रत, रविदास जयंती, ललिता जयंती
06 फरवरी: फाल्गुन मास प्रारम्भ
09 फरवरी: द्विज प्रिय संकष्टी चतुर्थी
12 फरवरी: यशोदा जयंती
13 फरवरी: शबरी जयंती, कालाष्टमी, कुम्भ संक्रांति
14 फरवरी: जानकी जयंती
17 फरवरी: विजया एकादशी व्रत
18 फरवरी: महाशिवरात्रि, शनि प्रदोष व्रत, शनि त्रयोदशी
20 फरवरी: सोमवती अमावस्या
21 फरवरी: फुलेरा दूज, गुरु रामकृष्ण जयंती, चन्द्र दर्शन
23 फरवरी, विनायक चतुर्थी
25 फरवरी, स्कंद षष्ठी
27 फरवरी, होलाष्टक, मासिक दुर्गाष्टमी, रोहिणी व्रत
इस्लामिक-11 फरवरी: कुंडा फातिहा, 18 फरवरी: शब-ए-मेराज
ईसाई- 14 फरवरी: संत वैलेंटाइन डे, 22 फरवरी: राख बुधवार (40 दिन के व्रत का प्रथम दिन)
आदिवासी -5 फरवरी: बोडो बोजनी (ग्राम पूजा), 19 फरवरी: मागे पोरोब (पर्व)
सिख : 03 फरवरी: गुरु हर राय जयंती
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