अग्नि तांडव! 10 लोगों की मौत,कई घायल

भांडुप के मॉल में लगी आग से इसी इमारत में बने अस्पताल में रोगी और कर्मचारियों की जान पर बन आई। इस आग के कारण पूरे परिसर में धुंआ पसर गया था। हाल के महीनों में भंडारा सरकारी अस्पताल के बाद यह दूसरा अग्नि तांडव था।

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मुंबई के भांडुप स्थित सनराइज अस्पताल में लगी भीषण आग में 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रुप से घायल हो गए हैं। फिलहाल आग पर नियंत्रण पा लिया गया है। आग अस्पताल की इमारत के तीसरे मजले पर लगी थी, जिससे अस्पताल में मरीज और डॉक्टरों में भगदड़ मच गई। इस अस्पताल में कोविड-19 के मरीज भर्ती थे। उन्हें दमकल विभाग ने समय रहते अन्य अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया है।

25 मार्च की रात 11 बजकर 59 मिनट पर अचानक भांडुुप, ड्रीम मॉल के तीसरे मजले पर स्थित सनराइज अस्पताल में आग लग गई। इसके बाद अस्पताल में धुंआ पसर गया। इस अस्पताल में कोविड-19 के 73 संक्रमित और 3 तीन सामान्य मरीज भर्ती थे।

मृतकों में ये शामिल
इस भीषण अग्निकांड में 10 लोगोंं की मौत हो गई है, जबकि कई लोग घायल हो गए हैं। घायलों में दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। जिन मृतकों की पहचान हो गई है, उनमें निसार जावेदचांद(74), मुंगेकर(66),गोविंदलाल दास(80),मंजुला बथारिया(65), अंबाजी नारायण पाटील(65),सुनंदाबाई अंबाजी पाटील( 58), सुधीर शाखाराम लाड(66) शामिल हैं। तीन की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है।

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आग लगने के कारण अस्पताल के कर्मी और मरीज निकलकर भागने लगे। कई मरीज टैरेस पर चले गए। धुंए से पूरा अस्पताल भर गया था। सूचना मिलते ही दमकल विभाग अस्पताल में पहुंच गया और मरीजों तथा अस्पतालकर्मियों के राहत और बचाव का कार्य शुरू कर दिया।

प्रशासन की तत्परता से बची जान
दमकल विभाग के कर्मी शीघ्र ही पहुंच गए थे। इससे राहत कार्य तुरंत शुरू हो गया। अस्पताल में कुल 76 रोगी भर्ती थे। जिसमें से 73 रोगी कोविड-19 से ग्रसित थे। इनमें से 30 कोविड-19 रोगियों को मुलुंड के जम्बो कोविड-19 केंद्र में स्थानांतरित किया गया है, जबकि तीन रोगियों को फोर्टिस और अन्य को दूसरे अस्पतालों में स्थानांतरित किया गया।

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अग्निशमन दल और प्रशासन की तत्परता
ड्रीम मॉल में आग लगने की सूचना पर पहुंचे दमकल विभाग और अन्य प्रशासनिककर्मियों ने सबसे पहले अस्पताल के रोगियों का बचाव कार्य शुरू किया। इस कार्य में दमकल विभाग के 14 फायर इंजन, 10 जेट्टी, 1 एलएलपी, 1 पीए वैन, 108 की 10 व अन्य की 2 मिलाकर कुल 12 एंबुलेंस राहत व बचाव कार्य में लगी थीं।

पहुंचे नगरसेवक
आग लगने की जानकारी मिलते ही स्थानीय नगरसेवक तत्काल घटना स्थल पर पहुंच गए। शिवसेना नगरसेवक उमेश माने, भाजपा नगरसेविका साक्षी दलवी व जागृति पाटील ने घटनास्थल पर पहुंच कर सभी को शांत रहने और पूरे बचाव कार्य का निरीक्षण किया।

सोलापुर के अस्पताल में धमाका
इस घटना के कुछ घंटे पहले सोलापुर के मार्कण्डेय अस्पताल की ऑक्सीजन टंकी में भी विस्फोट हुआ था। यह दुर्घटना अस्पताल की बंद पड़ी ऑक्सीजन टंकी में हुआ था। इसके बाद अस्पताल अस्पताल और आसपास के परिसर में पाउडर पसर गया था। सभी मरीजों को सुरक्षित रूप से अन्य मजलों पर स्थानांतरित कर लिया गया था। मनपा आयुक्त पी शिवशंकर द्वारा दी गई जानकारी एक अनसार इस दुर्घटना में किसी जनहानि की सूचना नहीं है।

भंडारा में भी हो चुका है अग्निकांड
9 जनवरी, 2021 महाराष्ट्र के ही भंडारा सरकारी अस्पताल में आग लग गई थी। यह आग नवजातों के विशेष कक्ष मे लगी थी। इस दुर्घटना में 10 नवजात शिशुओं की दर्दनाक मौत हो गई थी। जबकि बगल के कक्ष में भर्ती सात नवजातों को बचा लिया गया था। इस दुर्घटना की जांच के लिए विशेष जांच कमेटी बनाई गई थी। जिसकी रिपोर्ट के अनुसार अस्पताल की दो कर्मियों पर लापरवाही का मामला पाया गया था।

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