भगवान भोले शंकर की भक्ति करने के पावन माह सावन के प्रथम सोमवारी के अवसर पर शिवालयों में अहले सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। इस अवसर पर मिथिला के पावन शिवालय बाबा हरिगिरीधाम गढ़पुरा में करीब 40 हजार भक्तों ने जलाभिषेक किया।
देर रात 12 बजे से ही मंदिर परिसर में कांवरिया की भीड़ बढ़ता देख सुबह चार बजे सरकारी पूजा कर मंदिर का पट खोल दिया गया। उसके बाद सीसीटीवी, सुरक्षा बल, स्वयंसेवक एवं अधिकारियों की कड़ी निगरानी में शांतिपूर्ण जलाभिषेक हुआ। सोमवारी को लेकर हरिगिरी धाम आने वाले तमाम रास्ते गेरुआ मय हो गया तथा हर ओर हर-हर महादेव का जयकारा गूंजता रहा।
बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात
मुख्य सड़क से मंदिर तक घुमावदार बेरीकेटिंग के कारण श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। मंदिर परिसर में प्रशासनिक पदाधिकारी एवं हरिगिरी धाम विकास समिति के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल को भी लगाया गया था। सरकारी चिकित्सा कैंप में भी इलाज की औपचारिकता पूरी की गई।
सुबह से ही भक्तों में देखा गया उत्साह
सोमवारी को लेकर सुबह से ही सिमरिया से डाक बम, साधारण बम के अलावा बड़ी संख्या में बस तथा रेल मार्ग से भी लोग मंदिर पहुंचे तथा जलाभिषेक कर परिवार, समाज और विश्व कल्याण की कामना के साथ पूजा किया। सिमरिया से गंगाजल लेकर आने वाले शिव भक्तों की सुविधा के लिए विभिन्न जगहों पर उत्साही युवकों द्वारा कांवरिया सेवा शिविर लगाकर पूरी रात सुविधा उपलब्ध कराई गई।
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सुविधाओं को लेकर कांवरिये दिखे नाराज
इधर, सावन में सिमरिया से हरिगिरीधाम तक लगातार उमड़ रही भीड़ तथा बिहार सरकार द्वारा आयोजित इस राजकीय श्रावणी मेला में कांवरिया मार्ग पर समुचित व्यवस्था नहीं रहने को लेकर कांवरिया दुखी दिखे। कांवरियों का कहना था कि रास्ते में जर्जर सड़क और जलजमाव को ठीक नहीं किया गया है।
बाबा हरिगिरीधाम के अलावा जिला मुख्यालय के कर्पूरी स्थान, काली स्थान, वीरपुर बसहा स्थान, साहेबपुर कमाल के आलोक धाम, रिफाइनरी टाउनशिप के बीरो धाम समेत तमाम शिवालयों में भी सुबह से ही भक्तों की भीड़ लगी रही तथा रात में विभिन्न जगह सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
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