छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में चल रहा धर्मांतरण का खेल अब नहीं चलेगा, क्योंकि यहां पर लोग अब खुद अपने धर्म की ओर वापस लौटने लगे हैं। इसी कड़ी में रविवार को ग्राम गरांजी में धर्मांतरित 5 परिवार के कुल 13 लोगों को गांव के बुजुर्ग एवं महिलाओं के द्वारा तिलक चंदन लगाकर घर वापसी कराया।
पांच परिवार ने किया मूल धर्म में वापसी
यहां कई गांवों में धर्मांतरण को लेकर विभिन्न समाज के बुद्धिजीवियों द्वारा समाज से भटके हुए लोगों की घर वापसी कराने में जुटे हैं, वहीं धर्मांतरण पर रोक लगाने परगना स्तर से लेकर गांवों में बैठकों का दौर जारी है। इसी कड़ी में रविवार को ग्राम गरांजी में धर्मांतरित 5 परिवार के कुल 13 लोगों को गांव के बुजुर्ग एवं महिलाओं के द्वारा तिलक चंदन लगाकर घर वापसी कराया। बीते एक सप्ताह में अलग-अलग गांवों से 26 परिवारों के 109 लोगों की मूल धर्म में वापसी हुई है, यह सिलसिला लगातार जारी है।
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ग्रामीण स्तर पर चलाया जा रहा है अभियान
समाज प्रमुख गोपाल दुग्गा ने बताया कि प्रत्येक सप्ताह रविवार को गांव के सभी लोगों की उपस्थिति में बैठक आयोजित होती है, जिसमें धर्मांतरित हुए लोगों को अपने मूल धर्म में वापस लाने गांव के लोग मिलकर प्रयास करते हैं। जिसके लिए ग्रामीण स्तर पर लगातार अभियान चला रहे हैं और अपनी पुरातन संस्कृति परंपरा रीति रिवाज के प्रति जनजागृति किया जा रहा है।