रेलवे नेटवर्क भारत में हर जगह फैला होने के कारण यात्रियों को रेलवे द्वारा नई-नई सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। रेलवे द्वारा शुरू की गई इन सुविधाओं को सुनकर आपको भी सुकून मिलेगा। लंबी यात्रा के दौरान भोजन करना अक्सर असुविधाजनक होता है और यही कारण है कि रेलवे बोर्ड ने ट्रेनों में परोसे जाने वाले भोजन के मेनू में बदलाव किया है। रेल यात्री अब सफर के दौरान क्षेत्रीय व्यंजनों का लुत्फ उठा सकेंगे। ट्रेन में यात्रियों को लिट्टी-चोखा से लेकर इडली-सांभर तक तमाम क्षेत्रीय व्यंजन उपलब्ध होंगे। साथ ही जैन समुदाय के लोगों के लिए शुद्ध शाकाहारी भोजन की भी व्यवस्था की जा रही है।
डायबिटीज से पीड़ित यात्रियों को ट्रेन में उबली सब्जियां और ओट्स भी मुहैया कराए जाएंगे। रेलवे बोर्ड ने ट्रेन में आठ व्यंजन शामिल किए हैं। नए बदलाव के बाद ट्रेन के अंदर शिशुओं के लिए मुफ्त भोजन की व्यवस्था की जाएगी। यह बदलाव 26 जनवरी से राजधानी, दुरंतो, शताब्दी और वंदे भारत जैसी सभी प्रीमियम ट्रेनों में लागू होगा।
क्षेत्रीय रूप से लोकप्रिय इन व्यंजनों का स्वाद
-ट्रेन में लिट्टी चोखा, इडली सांभर, डोसा, वड़ापाव, पावभाजी, भेलपुरी, खिचड़ी, जालमुड़ी, वेज-नॉन-वेज मोमोज, स्प्रिंग रोल आदि उपलब्ध होंगे।
-जैन समुदाय को बिना प्याज और लहसुन का विशेष भोजन दिया जाएगा, यदि कोई मधुमेह से पीड़ित है, तो उबली हुई सब्जियां, दूध जई, दूध-मकई , अंडे का सफेद आमलेट आदि भी ट्रेन में उपलब्ध होगा।
-दक्षिण भारतीय यात्रियों को नचनी लड्डू, नचनी कचौरी, नचनी इडली, नचनी डोसा, नचनी पराठा, नचनी उपमा मिल जायेंगे।
Join Our WhatsApp Community