Jodhpur IIT: देश में पहली बार ब्रिज इंजीनियरिंग व ड्रोन टेक्नोलॉजी में मिलेगी एमटेक डिग्री, जानिये पूरी जानकारी

आने वाले समय में ड्रोन विशेषज्ञों की जरूरतों को देखते हुए जोधपुर आईआईटी ने पहल की है। यहां देश में पहली बार ब्रिज इंजीनियरिंग में एमटेक व ड्रोन और एंटी-ड्रोन टेक्नोलॉजी में स्पेशलाज्ड एमटेक कोर्स शुरू होने जा रहा है।

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Jodhpur IIT: आने वाले समय में ड्रोन विशेषज्ञों(Drone Experts) की जरूरतों को देखते हुए जोधपुर आईआईटी ने पहल की है। यहां देश में पहली बार ब्रिज इंजीनियरिंग(bridge engineering) में एमटेक(MTech) व ड्रोन और एंटी-ड्रोन टेक्नोलॉजी(Drone and Anti-Drone Technology) में स्पेशलाज्ड एमटेक कोर्स(Specialized MTech Courses) शुरू होने जा रहा है। पुल निर्माण तकनीक(Bridge Construction Technology) में दक्षता बढ़ाने के लिए ब्रिज इंजीनियरिंग(Bridge Engineering) में आईआईटी एमटेक पाठ्यक्रम शुरू किया जा रहा है। इसके लिए आईआईटी जोधपुर में 2025-26 के सत्र के लिए एडमिशन शुरू हो गए हैं।

आईआईटी जोधपुर के निदेशक प्रो. अविनाश अग्रवाल ने बताया कि संस्थान के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में ड्रोन और एंटी-ड्रोन टेक्नोलॉजी में विशेष एमटेक कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है। ड्रोन रक्षा, निगरानी, आपदा प्रबंधन, रसद, कृषि और शहरी गतिशीलता जैसे क्षेत्रों में तेजी से बदलाव ला रहे हैं, जबकि काउंटर-ड्रोन तकनीक राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा के लिए तेजी से महत्वपूर्ण होती जा रही है। अग्रवाल ने बताया कि इस पाठ्यक्रम में एक अनूठी विशेषता है कि छात्र स्क्रैच से ड्रोन को इकट्ठा करेंगे। घटकों का विश्लेषण करेंगे। प्रदर्शन मीट्रिक की गणना करेंगे और उड़ान परीक्षण करेंगे। यह कोर्स बढ़ते उद्योग के लिए काफी लाभदायक होगा। उन्होंने बताया कि पूरी जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध करवाई गई है। इच्छुक उम्मीदवारों के पास इंजीनियरिंग या विज्ञान में स्नातक की डिग्री या संबंधित क्षेत्रों में स्नातकोत्तर डिग्री होनी चाहिए। पंद्रह अप्रेल तक आवेदन किए जा सकते हैं।

पुल निर्माण के लिए इंजीनियरिंग
निदेशक ने बताया कि ब्रिज इंजीनियरिंग में एमटेक प्रभावशाली कोर्स है। आईआईटी जोधपुर के सिविल और इंफ्रास्ट्रक्चर इंजीनियरिंग विभाग द्वारा तैयार किया गया यह देश का पहला ब्रिज इंजीनियरिंग का एमटेक कोर्स है। इसे विशेष रूप पुल डिजाइन, निर्माण और रखरखाव में आधुनिक चुनौतियों का समाधान करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसमें प्रीस्ट्रेस्ड कंक्रीट, केबल-सपोर्टेड ब्रिज और उन्नत कंक्रीट प्रौद्योगिकी शामिल हैं। कार्यक्रम का उद्देश्य अगली पीढ़ी के बुनियादी ढांचे के प्रथम पंक्ति के लोगों का निर्माण करना है।

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अभी ये पाठ्यक्रम चल रहे
संस्थान में बायोसाइंस और बायोइंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस और अभियांत्रिकी, इलेक्ट्रिकल अभियांत्रिकी, मैकेनिकल अभियांत्रिकी, केमिकल अभियांत्रिकी, सिविल और इंफ्रास्ट्रक्चर अभियांत्रिकी, गणित और मेटलर्जिकल और मैटेरियल अभियांत्रिकी सहित विभिन्न विभागों में एमटेक हो रही हैं। इसके अलावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सेंसर और इंटरनेट ऑफ थिंग्स, साइबर-फिजिकल सिस्टम, क्वांटम तकनीक और ऑगमेंटेड और वर्चुअल रियलिटी में एमटेक जैसे आने वाले समय के कोर्सेज आईआईटी जोधपुर में चल रहे हैं।

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