मध्य प्रदेश के उमरिया जिले मानपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम बरछड़ में 24 फरवरी को बोरवेल के गड्ढे में गिरे चार वर्षीय बालक को करीब 15 घंटे चले रेस्क्यू आपरेशन के बाद एनडीआरएफ की टीम ने बाहर निकाल लिया है। दुर्भाग्यवश उसकी जान नहीं बच पाई। बाहर निकलने से पहले ही बच्चे की मौत हो गई। 25 फरवरी सुबह पोस्टपार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
30 फीट की गहराई पर फंसा था बच्चा
शुत्रो के अनुसार, मानपुर के ग्राम बरछड़ निवासी संतोष दुबे का चार साल का बच्चा गौरव दुबे 24 फरवरी सुबह करीब 11 बजे बोरवेल के खुले गड्ढे में गिर गया था। करीब 200 फीट गहरे गड्ढे में बच्चा करीब 30 फीट की गहराई पर फंसा था। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। कलेक्टर संजीव सक्सेना अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी रात भर मौके पर डटे रहे। जबलपुर से एनडीआरएफ की टीम बुलाई गई। मौके पर पहुंचे अधिकारी लगातार बोरवेल के गड्ढे में ऑक्सीजन पहुंचाते रहे।
सुबह चार बजे तक चला बचाव कार्य
एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट दिनेश ने बताया कि बोरवेल में जहां बच्चा फंसा था, वहां के समानान्तर करीब 30 फीट का एक गड्ढा खोदा गया और उसके बाद टनल बनाकर बोरवेल में फंसे बच्चे को बाहर निकाला गया। 25 फरवरी सुबह चार बजे तक रेस्क्यू आपरेशन चलाकर बच्चे को बाहर निकाला गया लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।
मौत
उमरिया कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने 25 फरवरी सुबह ट्वीट के माध्यम से घटना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ग्राम बड़छड़ में शुक्रवार सुबह 4 बजे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बालक गौरव को बोरवेल से बाहर निकाल लिया गया, लेकिन दुर्भाग्यवश बच्चे की मृत्यु हो चुकी है। पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया। जिला प्रशासन व समस्त रेस्क्यू टीम ने बच्चे को श्रद्धांजलि अर्पित की है।