भारत की जी-20 अध्यक्षता के तहत व्यापार और निवेश मंत्रालयी बैठक (टीआईएमएम) जयपुर में 24-25 अगस्त को होगी। बैठक में भाग लेने के लिए जी-20 सदस्य देशों, आमंत्रित देशों के व्यापार मंत्री एवं सचिव, क्षेत्रीय समूहों एवं अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुखों सहित 300 से अधिक प्रतिनिधि जयपुर पहुंच रहे हैं।
बैठक में विशेष रूप से अमेरिका, ब्रिटेन, चीन, कनाडा, इंडोनेशिया, जापान, यूरोपीय संघ, कोरिया गणराज्य, तुर्किये, सऊदी अरब, फ्रांस, बांग्लादेश, मिस्र, नीदरलैंड, ओमान, सिंगापुर और संयुक्त अरब अमीरात के व्यापार मंत्री भाग लेंगे। जी-20 सदस्य देश वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 85 फीसद, अंतरराष्ट्रीय व्यापार का 75 फीसद और दुनिया की दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसलिए वैश्विक व्यापार और निवेश में तेजी लाने में आने वाली चुनौतियों के प्रति साझा समझ बनाने के लिए सहयोगात्मक भावना के साथ काम करना अधिक महत्वपूर्ण है। साथ ही यह भी महत्वपूर्ण है कि विकास को समावेशी और पारदर्शी बनाने के लिए मौजूदा अवसरों का लाभ कैसे उठाया जाए।
प्रधानमंत्री का एक वीडियो संदेश भी किया जाएगा प्रसारित
टीआईएमएम बैठक की अध्यक्षता वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल करेंगे। उद्घाटन सत्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का एक वीडियो संदेश भी प्रसारित किया जाएगा, जो वैश्विक व्यापार और निवेश मुद्दों पर सार्थक चर्चा के लिए मंच तैयार करेगा। इसके बाद तीन सत्रों में वैश्विक व्यापार और निवेश संबंधित मुद्दों पर आम सहमति बनाने के मुद्दों पर विचार-विमर्श होगा, जिसमें वैश्विक विकास और समृद्धि के लिए बहुपक्षीय व्यापार, समावेशी और लचीले व्यापार और कागजरहित व्यापार के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
21 एवं 22 अगस्त को जयपुर में बैठक
मंत्रिस्तरीय बैठक से पहले चौथी और अंतिम व्यापार एवं निवेश कार्य समूह (टीआईडब्ल्यूजी) की बैठक 21 एवं 22 अगस्त को जयपुर में ही होनी है। इस बैठक में जी-20 सदस्य देश, आमंत्रित देश और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के वरिष्ठ व्यापार और निवेश अधिकारी पांच प्राथमिकता वाले मुद्दों के साथ-साथ भारतीय की अध्यक्षता में प्रस्तुत कार्रवाई उन्मुख प्रस्तावों को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। इन मुद्दों में विकास और समृद्धि के लिए व्यापार, लचीला व्यापार और जीवीसी, विश्व व्यापार में एमएसएमई को एकीकृत करना, लॉजिस्टिक फॉर ट्रेड और विश्व व्यापार संगठन में सुधार शामिल हैं। पहली तीन टीआईडब्ल्यूजी बैठकें क्रमशः मुंबई, बेंगलुरु एवं केवाडिया (गुजरात) में आयोजित की गई थीं।
जी-20 टीआईडब्ल्यूजी ने वर्तमान में जारी सुधार प्रक्रिया की सहायता करने और आगामी तेरहवें मंत्रालयी सम्मेलन (एमसी13) में सार्थक परिणाम अर्जित करने के लिए रचनाशील तरीके से काम करने के लिए एकजुट होने, देशों के बीच आम सहमति का निर्माण करने के लिए डब्ल्यूटीओ सुधार पर प्राथमिकता को भी अपनाया है। टीआईडब्ल्यूजी बैठकों के दौरान किए गए विचार विमर्शों से मसौदों में अच्छे स्तर का सुधार हुआ है। यह वैश्विक व्यापार को समावेशी बनाने के लिए जी-20 टीआईडब्ल्यूजी की प्रतिबद्धता को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करता है।
टीआईएमएम के दौरान प्रतिनिधियों के लिए भारतीय चाय, कॉफी, मसाले और मोटे अनाजों की एक व्यापक किस्म को प्रदर्शित करने के लिए एक अनुभव क्षेत्र (एक्सपेरिएंस जोन) का निर्माण किया जाएगा और गुलाबी नगरी की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए जयपुर एक्सपेरिएंस पर एक प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। साथ ही टीआईएमएम प्रतिनिधियों के लिए 24 अगस्त को रात्रिभोज एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होगा।
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