ज्ञान, बुद्धि और समृद्धि के प्रतीक भगवान श्री गणेश के जन्मोत्सव का त्यौहार आज पूरे महाराष्ट्र (Maharashtra) में बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) पर्व को लेकर चारों तरफ उत्साह, उमंग और उल्लास का त्यौहार है। गणपति बप्पा मोरया….मंगलमूर्ति मोरया….ऐसे जयकारे आज हर जगह सुनाई दे रहे हैं। आज के दिन का लोगों को बेसब्री से इंतजार कर रहता है । युवाओं से लेकर बूढ़ों तक के प्रिय गणपति बप्पा आज घर-घर में पधार रहे हैं। मुंबई (Mumbai) के सभी क्षेत्रों में गणेशोत्सव का जश्न दिखना शुरू हो गया है। सार्वजनिक मंडलों से लेकर परिवारों तक में भगवान गणेश की प्रतिमाएं विराजित कराई जा रही हैं। कई मंडलों में दो-चार दिनों पहले से ही भगवान गणेश की प्रतिमा मंडल तक पहुंचा दी गई है। इस दौरान गणेश भक्तों ने ढोल- नगाड़ों के साथ नाचते -गाते अपने प्रिय भगवान को अपने मंडलों में विराजित कराया।
11 दिनों तक रहेगी गणेशोत्सव की धूम
सार्वजनिक मंडलों से लेकर घर-घर तक आकर्षक रूपों में आज गणराज विराजमान हो रहे हैं। बप्पा की विधिवत पूजा-अर्चना के साथ 11 दिनों के गणेशोत्सव (Ganeshotsav) की शुरुआत की जाएगी। बप्पा के आगमन से घर-घर में शुभ वातावरण बन जाता है। अगले दस दिनों तक बप्पा का श्रृंगार, आरतियों की गूंज, गणपति बप्पा मोरया (Ganpati Bappa Morya)…मंगलमूर्ति मोरया का जयघोष सुनने को मिलेगा।
गणपति पूजा के लिए दोपहर का समय शुभ
ज्योतिषियों ने19 सितंबर को गणेश स्थापना का शुभ समय सुबह 11:01 बजे से दोपहर 01:28 बजे तक बताया है। ऐसा माना जाता है कि भगवान गणेश का जन्म दोपहर के समय हुआ था, इसलिए दोपहर का समय गणेश पूजा के लिए अधिक शुभ माना जाता है। मध्य मुहूर्त में भक्त पूरे विधि-विधान से गणेश पूजा करते हैं, जिसे षोडशोपचार गणपति पूजा भी कहा जाता है।
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