गणेशोत्सव मुंबई का सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है। देश भर से लाखों गणेश भक्त प्यारे बप्पा के दर्शन के लिए मुंबई आते हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि त्योहार के दौरान कोई अप्रिय घटना न घटे, मुंबई पुलिस द्वारा काफी सावधानी बरती जा रही है। इसके लिए हजारों पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। इस साल पुलिस की मदद के लिए मुंबई के हर गणेश मंडल में पुलिस द्वारा ‘गणसेवक’ नियुक्त किए जाएंगे। मुंबई पुलिस आयुक्त विवेक फणसलकर ने बृहन्मुंबई सार्वजनिक गणेशोत्सव समन्वय समिति के साथ हुई बैठक में यह फैसला लिया है।
मुंबई में गणेशोत्सव बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। इस 10 दिवसीय उत्सव में किसी तरह की परेशानी न हो और पुलिस तथा गणेश मंडल के कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय सुनिश्चित करने के लिए यह फैसला लिया गया है। मुंबई के साथ-साथ उपनगरों में भी छोटे-बड़े हजारों गणेश मंडल हैं।
बड़े मंडलों में 20 और छोटे मंडलों में 10 गणसेवकों की नियुक्ति
छोटे-बड़े गणेशोत्सव मंडलों में भी बप्पा के दर्शन के लिए भक्त बड़ी संख्या में जुटते हैं। साथ ही भगवान गणेश के जुलूस में आगमन और प्रस्थान के समय भी बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं। ऐसी स्थिति में बम विस्फोट की स्थिति या आतंकवादी हमले के खतरे की आशंका रहती है। लगभग एक लाख गणसेवकों की सेना पुलिस की मदद के लिए नियुक्ति की गई है। बड़े मंडलों में 20 और छोटे मंडलों में 10 कार्यकर्ताओं को गणसेवक के रूप में चुना जाएगा। ये गणसेवक समय- समय पर पुलिस के साथ समन्वय करेंगे। पुलिस गणेशोत्सव पूर्व सुरक्षा को लेकर उनका मार्गदर्शन भी करेगी।
एक लाख गणसेवकों की होगी नियुक्ति
प्रत्येक मंडल में नियुक्त गणसेवकों को पुलिस द्वारा पहचान पत्र भी दिया जाएगा। लगभग एक लाख गणसेवक अपने-अपने मंडल के मंडपों और उसके परिसर की निगरानी करेंगे। यदि मंडप के आसपास कोई संदिग्ध वाहन खड़ा है तो वे इसकी सूचना तुरंत पुलिस को देंगे।