Godavari River :
गोदावरी नदी भारत (India) की दूसरी सबसे लंबी नदी है और इसे “दक्षिण गंगा” (Dakshin Ganga) के नाम से भी जाना जाता है। इसकी लंबाई लगभग 1,465 किलोमीटर है और यह भारत के कई राज्यों से होकर बहती है।
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गोदावरी नदी कहां से शुरू होती है?
गोदावरी नदी का उद्गम महाराष्ट्र (Maharashtra) के नासिक जिले (Nashik) के त्र्यंबकेश्वर (Trimbakeshwar) नामक स्थान से होता है। यह स्थान पश्चिमी घाट की सह्याद्रि पर्वत श्रृंखला में स्थित है। त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, जहां से यह नदी निकलती है। (Godavari River)
गोदावरी नदी कहां जाकर मिलती है?
गोदावरी नदी बंगाल की खाड़ी में जाकर समाप्त होती है। यह आंध्र प्रदेश में राजमहेंद्रवरम (पुराना नाम राजमुंद्री) के पास दो मुख्य धाराओं में विभाजित हो जाती है और फिर बंगाल की खाड़ी में गिरती है। इसका डेल्टा क्षेत्र भारत के सबसे उपजाऊ क्षेत्रों में से एक है।
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गोदावरी को ‘पुरानी गंगा’ क्यों कहा जाता है?
गोदावरी नदी को “पुरानी गंगा” या “दक्षिण गंगा” कहा जाता है क्योंकि यह धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रूप से गंगा नदी जितनी ही महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसके पीछे कई कारण हैं :
1. धार्मिक महत्व
- गोदावरी नदी को हिंदू धर्म में अत्यधिक पवित्र माना जाता है।
- कहा जाता है कि ऋषि गौतम के आश्रम के पास गंगा नदी प्रकट हुई थी और उसी जलधारा से गोदावरी का निर्माण हुआ।
- कई तीर्थस्थल इस नदी के किनारे स्थित हैं, जैसे त्र्यंबकेश्वर, नासिक, नांदेद, राजमहेंद्रवरम आदि।
- कुंभ मेला का आयोजन हर 12 साल में नासिक में गोदावरी नदी के तट पर किया जाता है, जो इसे और भी धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण बनाता है।
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2. ऐतिहासिक महत्व
- गोदावरी नदी के किनारे कई प्राचीन साम्राज्यों का उदय हुआ, जैसे सातवाहन, वाकाटक और चालुक्य वंश।
- नदियों के किनारे बसे नगरों और व्यापार मार्गों के कारण यह क्षेत्र हमेशा से आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र रहा है। (Godavari River)
3. कृषि और आजीविका में योगदान
- गोदावरी नदी दक्षिण भारत की सबसे बड़ी जल आपूर्ति करने वाली नदी है।
- इसका डेल्टा क्षेत्र बहुत ही उपजाऊ है और धान, गन्ना, तिलहन जैसी फसलों की खेती के लिए उपयुक्त है।
- इस नदी से कई सिंचाई परियोजनाएं जुड़ी हुई हैं, जैसे जयकवाड़ी डैम, पोलावरम परियोजना आदि। (Godavari River)
4. गंगा के समान जलवितरण
- गंगा की तरह, गोदावरी भी कई सहायक नदियों को अपने में समाहित करती है, जैसे प्राणहिता, इंद्रावती, मंजीरा, सबरी और बैनगंगा।
- यह भी गंगा की तरह ही कई राज्यों से होकर बहती है और लाखों लोगों की जल आवश्यकताओं को पूरा करती है। (Godavari River)
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5. पौराणिक कथाओं से संबंध
- रामायण के अनुसार, भगवान राम ने अपने वनवास के दौरान कुछ समय पंचवटी (नासिक) में बिताया था, जो गोदावरी नदी के किनारे स्थित है।
- कहा जाता है कि माता सीता का अपहरण यहीं से हुआ था।
गोदावरी नदी न केवल भौगोलिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसका धार्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी अत्यधिक है। इसे ‘पुरानी गंगा’ इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह गंगा की तरह ही पवित्र मानी जाती है, कई तीर्थस्थलों से जुड़ी है और लाखों लोगों की जीवनरेखा बनी हुई है। यही कारण है कि इसे ‘दक्षिण गंगा’ के रूप में भी जाना जाता है। (Godavari River)
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