मध्य प्रदेश में हड़ताल पर सरकारी अस्पताल के डॉक्टर, मरीज परेशान

मध्य प्रदेश के मेडिकल कॉलेज और सरकारी अस्पताल के डॉक्टर्स सरकारी नीतियों के विरोध में मंगलवार को सांकेतिक हड़ताल पर चले गए। इस दौरान प्रदेश भर के सरकारी अस्पतालों में मरीज इलाज के लिए परेशान होते रहे।

148

मध्य प्रदेश के मेडिकल कॉलेज और सरकारी अस्पताल के डॉक्टर्स सरकारी नीतियों के विरोध में मंगलवार सुबह 11 बजे से सांकेतिक हड़ताल पर चले गए। इस दौरान प्रदेश भर के सरकारी अस्पतालों में मरीज इलाज के लिए परेशान होते रहे। हड़ताली डॉक्टर्स का कहना है कि अगर सांकेतिक हड़ताल के बाद भी उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।

सरकारी नीतियों का विरोध
प्रदेश भर के सरकारी डॉक्टर दोपहर 1 बजे तक सांकेतिक हड़ताल पर रहे। डॉक्टर्स सुबह 11 बजते ही कुर्सियों से उठ गए और ओपीडी तथा आईपीडी में काम बंद कर दिया। डॉक्टरों की मांग है कि समयबद्ध क्रमोन्नति दी जाए और मेडिकल डिपार्टमेंट्स के तकनीकी मामलों में प्रशासनिक दखल को खत्म किया जाए। डॉक्टर्स की सांकेतिक हड़ताल के चलते अस्पतालों के वार्डों में भर्ती मरीजों को ट्रीटमेंट के लिए परेशानी का सामना करना पड़ा।

ये भी पढ़ें- कर्नाटक: कांग्रेस के घोषणा पत्र पर बवाल, विहिप बोला इसे जनता नहीं करेगी स्वीकार

चिकित्सा शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग और भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास विभाग के डॉक्टर्स ने मप्र शासकीय स्वशासी चिकित्सक महासंघ की अगुवाई में 1 मई को आंदोलन की शुरुआत की है। आंदोलन के पहले दिन डॉक्टर्स ने सरकारी नीतियों के विरोध में काली पट्टी बांधकर काम किया था। मंगलवार को सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर्स की दो घंटे की काम बंद हड़ताल का सबसे ज्यादा असर भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और रीवा के मेडिकल कॉलेजों से जुड़े अस्पतालों में देखने को मिला।

ये भी देखें- कश्मीरियों ने दिया पाकिस्तान को ऐसा उत्तर

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.