मणिपुर में जारी हिंसक गतिविधियों के चलते स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। हिंसा प्रभावित जिलों में सेना और असम राइफल्स के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है। इसी बीच राज्यपाल ने दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश जारी कर दिया है। इसी बीच हिंसा को लेकर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य के मुख्यमंत्री से वार्ता कर स्थिति की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों से शांति और सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने की अपील की है।
हिंसक झड़प में दो की मौत
दरअसल, 3 मई की रात को कांगपोकपी जिले के सैकुल में संगठित हिंसा में 11 लोग घायल हुए थे। आंदोलनकारियों और सुरक्षा बलों के साथ हुई झड़प में दो लोगों की मौत हो गयी। गुरुवार को हिंसाग्रस्त इलाकों में सेना का फ्लैग मार्च किया गया। हिंसा प्रभावित इलाके से चार हजार से अधिक लोगों को अब तक सेना ने आश्रय दिया है।
मुख्यमंत्री ने की शांति बनाए रखने की अपील
मणिपुर में हिंसाग्रस्त इलाकों में दंगाइयों को सीधे गोली मारने के आदेश जारी किए गए हैं। राज्यपाल अनुसूईया उइके ने गृह मंत्रालय को इसकी मंजूरी दे दी है। प्रदेश के प्रभावित इलाकों के सभी जिलाधिकारियों, उप-विभागीय मजिस्ट्रेटों और सभी कार्यकारी मजिस्ट्रेटों/विशेष कार्यकारी मजिस्ट्रेटों को आदेश भेज दिया गया है।
इस बीच मणिपुर में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने राज्य के लोगों से शांति और सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इंफाल, बिष्णुपुर और मोरेह जिलों में तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं अनापेक्षित हैं। मुख्यमंत्री सिंह ने संबंधित प्रदर्शनकारियों से ऐसी हिंसक गतिविधियों से दूर रहने की अपील की।
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