निर्मोही अखाड़ा की महामंडलेश्वर हेमांगी सखी 29 जनवरी को बड़ौदा गुजरात से वृंदावन पहुंची, जहां उन्होंने सर्वप्रथम श्रीबांकेबिहारी महाराज की पूजा अर्चना की। उन्होंने बताया कि 30 वर्ष बाद वो अपने परिवार से मिलीं। उन्होंने इच्छा जताई कि जिस तरह उप्र में योगी सरकार ने किन्नर कल्याण बोर्ड गठित किया है, इसी प्रकार हमारी गुजरात सरकार की करे, तो बेहतर। वहीं उन्होंने गौ रक्षा के लिए आह्वान करते हुए कहा कि गो वंश की रक्षा करना हम सभी का परम धर्म है।
हेमांगी सखी ने कही ये बात
हेमांगी सखी ने बताया कि वृंदावन वर्तमान में आना ही बिहारीजी की कृपा है और आगे भी रहेगी। मैं उनकी सखी हूं और वह मेरे सखा हैं क्योंकि मेरा जन्म ही गुजरात में हुआ था, आज मैं बड़ौदा गुजरात से होकर यहां पहुंची हूं। बांकेबिहारी की कृपा से 30 वर्षों के बाद मेरा परिवार मुझे मिला है। उन्होंने कहा हमारे पंचाल खानदान से एक किन्नर मौसी हैं, जो महाण्डेलश्वर की उपाधि लिए हुए भागवत कथावाचक हैं। यह उनके लिए गर्व का क्षण था, इससे उन्हें काफी हर्ष हुआ। उन्होंने बताया कि जब इस बात की जानकारी गुजरात की मीडिया को हुई तो उन्होंने ने उनका इंटरव्यू लिया।
गुजरात सरकार से किन्नर कल्याण बोर्ड का गठन करने की मांंग
उन्होंने कहा कि जिस तरह योगी आदित्यनाथ जी ने यूपी में किन्नर कल्याण बोर्ड का गठन किया है, वैसे ही गुजरात सरकार किन्नर कल्याण बोर्ड का गठन करे। जिससे किन्नरों का उत्थान हो सके तथा यह गठन सभी राज्यों में किया जाए। सखी ने बताया कि किन्नरों के उत्थान के लिए केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले को पत्र भी लिखा है, जिसकी रिसीव उनके पास है।
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गौ हमारी मां के सामान है
वहीं गौ रक्षा को लेकर उन्होंने समाज को संदेश दिया कि गौ हमारी मां, गौ से हमारा पोषण होता है। ऐसे में हमारा परम धर्म है कि हम गो वंश की सुरक्षा सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि नाम और पैसा कमाने के लिए कई ट्रस्ट हैं लेकिन अब भी गौ माता की दुर्दशा हो रही है। गौ रक्षा दल के नाम से ट्रस्ट है फिर भी उनकी हत्याएं हो रही हैं। मेरी लोगों से विनती है कि वे गौ की सेवा करें। उन्होंने सरकार से भी गो रक्षा-सेवा ट्रस्ट के नाम पर धन उगाही करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।