काशी विश्वनाथ मंदिर परिसप में स्थित ज्ञानवापी विवाद में हिंदू पक्षकार को जान से मारने की धमकी मिली है। कन्हैयालाल, उमेश कोल्हे की तरह ही अब डॉ.सोहनलाल आर्य को ‘सिर तन से जुदा की धमकी’ मिली है। इससे निडर आर्य ने उलटा उत्तर दिया है कि, धर्म और मंदिर के लिए जान जाए तो परवाह नहीं।
डॉ.सोहनलाल आर्य को पाकिस्तान से फोन आया था, जिसमें फोन करनेवाले ने कहा है कि, तुम पीछे हट जाओ, नहीं तो तुम्हारा सिर तन से जुदा कर देंगे। इसके बाद आर्य ने वाराणसी पुलिस से शिकायत की है।
सुनवाई के पहले धमकी
ज्ञानवापी मस्जिद-शृंगार गौरी मामले में जिला जज के यहां 18 अगस्त को सुनवाई होनी है। इसके पहले श्रृंगार गौरी के पक्षकार डॉ.सोहनलाल आर्य को पाकिस्तान के दो नंबरों से धमकी भरा कॉल आई है। डॉ.सोहनलाल आर्य ने अपने अधिवक्ता सुभाष नंदन चतुर्वेदी के सहयोग से जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नर से भेंट करके शिकायत दर्ज कराई है।
पकिस्तान के एक नंबर से आतंकवादी संगठन या खुराफाती तत्वों ने पूर्व की भाँती हमें धमकी दी है। इसके पहले 19 मार्च और 20 मार्च को हमें धमकी दी गई थी। उस समय भी हमने आयुक्त और जिलाधिकारी से भेंट की थी और लक्सा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसके बाद हमें सुरक्षा दी गई थी, जो आज तक बहाल है। अब जब न्यायालय का निर्णय हिन्दुओं के पक्ष में आनेवाला है तो मुस्लिम आतंकवादी संगठन परेशान हो गए हैं और भयभीत हैं। वे हमें धमकी दे रहे हैं कि, जैसे कन्हैया का सिर तन से जुदा हुआ है, वैसे ही आपका भी जुदा हो जाएगा।
डॉ.सोहनलाल आर्य, पक्षकार – ज्ञानवापी शृंगार गौरी
हम भयभीत नहीं
हमने शृंगार गौरी की पैमाइश 1996 में करवाई थी तब हम भयभीत नहीं हुए तो अब क्या होंगे। ज्ञानवापी मस्जिद-शृंगार गौरी मामले में हमारी पत्नी स्वयं वादी है। हमने अधिकारियों को अवगत करवा दिया है। वहीं उनके अधिवक्ता सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने बताया कि धमकी का मूल जो समझ में आ रहा है उसका सबसे बड़ा परिपेक्ष्य है कि इनकी पत्नी ज्ञानवापी मस्जिद-शृंगार गौरी के वाद में वादिनी हैं इसलिए ऐसा किया जा रहा है कि वो पीछे हट जाएं। हमारी मांग है कि पुलिस और प्रशासन इसकी जांच शुरू करे।