हलाल प्रमाणपत्र और हलाल उत्पादों की बिक्री से कथित तौर पर आतंकवादी गतिविधियों के लिए आर्थिक सहायता करने के प्रमाण सामने आने के बाद मुंबई में प्रस्तावित ‘इंटरनेशनल हलाल शो इंडिया’ का राष्ट्रप्रेमी नागरिकों ने तीव्र विरोध किया है। हिंदुत्वनिष्ठ संगठन और समस्त राष्ट्र प्रेमी नागरिकों ने मुंबई के इस्लामिक जिमखाना, मरीन लाईन्स में 12 और 13 नवंबर को होनेवाले इस कार्यक्रम को निरस्त करने की मांग की है। इस कार्यक्रम का विरोध करने के लिए ‘हलाल सख्ती विरोधी कृति समिति’की स्थापना की गई है। समिति का कहना है कि समय आने पर इसके कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर हलाल शो का विरोध करेंगे।
समिति का आरोप
समिति का आरोप है कि पिछले कुछ समय से भारत में ‘हलाल’ उत्पादों की मांग हो रही है और हिंदू व्यापारियों को व्यापार करने के लिए ‘जमियत-उलेमा-ए-हिंद’ जैसे संस्थांओ से ‘हलाल प्रमाणपत्र’ लेने की सख्ती की जा रही है । हलाल उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए ‘ब्लॉसम इंडिया’ संस्था ने ‘इंटरनेशनल हलाल शो इंडिया’ आयोजित किया है। दादर, घाटकोपर और धारावी में इसके विरोध में समिति ने बैठक को लेकर पुलिस आयुक्त को ज्ञापन सौंपा है। इसके साथ ही समिति ने प्रस्तावित शो का कड़ा विरोध करने की घोषणा की है।
कल्याण में आंदोलन
कल्याण (प) रेल्वे स्टेशन के पास हलाल सख्ती विरोधी कृति समिति ने आंदोलन कर ‘इंटरनॅशनल हलाल शो’ निरस्त करने की मांग की। इस दौरान आंदोलन में सहभागी हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के प्रतिनिधि हाथों में नारे लिखे हुए तख्तियां लिए हुए थे। इन्होंने सरकार को दिए जाने वाले ज्ञापन पर लोगों के हस्ताक्षर भी लिये। इनका कहना है कि भारत सरकार के आधिकारिक संगठन ‘एफएसएसएआई’ (FSSAI) और ‘एफडीए'(FDA) उत्पादों को प्रमाणित कर रहे हैं तो एक अलग से ‘हलाल प्रमाणीकरण’ की क्या आवश्यकता है ? इनका कहना है कि हम भारत में 15 प्रतिशत मुस्लिम समुदाय के लिए 80 प्रतिशत हिंदू समुदाय पर हलाल उत्पादों की सख्ती को नहीं सहेंगे।