न्यायालय के आदेशों का अनुपालन नहीं करने पर पुलिस ने धार्मिक स्थलों पर लगे लाउड स्पीकरों को उतरवाना शुरू कर दिया है। जनपद हरिद्वार के मंगलौर और झबरेड़ा में पहले दिन 42 धर्म स्थलों से लाउडस्पीकर उतारे गए। इसके अलावा 150 से अधिक धर्मस्थल प्रबंधन समितियों को नोटिस जारी किए गए।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजीव रौथाण ने बताया कि न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए कोतवाली क्षेत्र में 30 से अधिक धर्म स्थलों से लाउडस्पीकर उतरवाए गए हैं। खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में यह अभियान चलाया गया है। शहरी क्षेत्र में शहर चौकी को लाउडस्पीकर उतरवाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि 150 से अधिक धर्मस्थल समितियों को स्वयं लाउडस्पीकर उतारने के नोटिस दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकर सेट चलाना है तो ध्वनि नियंत्रण यंत्र लगाकर उसके लिए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट या डीएम से अनुमति लेना अनिवार्य है।
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31 मई तक दिया गया था समय
झबरेड़ा थाना प्रभारी संजीव थपलियाल ने बताया कि कस्बे में 12 से अधिक धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर सेट उतरवाए गए। 31 मई तक का समय पुलिस की ओर से दिया गया था। इसमें लाउडस्पीकर पर ध्वनि नियंत्रण यंत्र लगाने और अपने क्षेत्र के एसडीएम स्तर के अधिकारी से अनुमति लेने को कहा गया था। कुछ धार्मिक स्थलों में आवाज कम कर दी गई। इसके साथ ही नियम का पालन नहीं करने पर होने वाली कानूनी कार्रवाई के बारे बारे में बताया गया।
धर्मगुरुओं को विश्वास में लेकर कार्रवाई
उन्होंने बताया कि धर्मगुरुओं को भी विश्वास में लिया गया। पुलिस प्रशासन की पहल को देखते हुए तमाम धर्मगुरुओं ने कोर्ट के आदेश का पालन करने की बात कही। इसके साथ ही आम जनता से इस आदेश के पालन की अपील भी की। बताया कि आदेश सभी धर्मस्थलों के लिए जारी हुए हैं। 31 मई तक का समय पुलिस की ओर से दिया गया था। इसमें लाउडस्पीकर पर ध्वनि नियंत्रण यंत्र लगाने और अपने क्षेत्र के एसडीएम स्तर के अधिकारी से अनुमति लेने को कहा गया। कुछ धार्मिक स्थलों में आवाज कम कर दी गई। जहां लाएडस्पीकर नहीं उतारे गए हैं, वहां कार्रवाई जारी है।