महाराष्ट्र के श्री त्र्यंबकेश्वर मंदिर में संदल के मौके पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान मुसलमानों ने मंदिर में जबरन घुसने की कोशिश की। तभी सुरक्षा गार्डों ने उन्हें रोका। उसके बाद संदल के साथ मौजूद मुसलमाों ओर मंदिर के सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों कहासुनी हो गई। इसके बाद पूरे महाराष्ट्र में इस विषय पर चर्चा शुरू हो गई। मंदिर प्रशासन ने तुरंत पुलिस को पत्र लिखा। जिसमें आरोप लगाया गया है कि मुस्लिमों ने मंदिर में घुसने की कोशिश कर सामाजिक समरसता बिगाड़ने की कोशिश की।
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडवीस ने दिया जांच का आदेश
राज्य के गृह मंत्री और उमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है औरर दोषियों खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया है। उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने घटना की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रैंक के अधिकारियों की अध्यक्षता में एसआईटी के गठन का आदेश दिया। (श्री त्र्यंबकेश्वर मंदिर) तदनुसार मंगलवार 16 मई को चार व्यक्तियों के खिलाफ त्र्यंबकेश्वर थाने में धारा 295 और 511 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके साथ ही चार लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
हिन्दू महासंघ ने किया मुख्य द्वार का शुद्धिकरण
इन सभी घटनाओं के बाद मंदिर के मुख्य द्वार की साफ-सफाई कर हिंदू महासंघ द्वारा पूजा-अर्चना और शुद्धीकरण किया गया। यह शुद्धीकरण 17 मई को सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर कियाा।
गैंगस्टर-टेरर कनेक्शन पर एनाईए का एक्शन, इन छह राज्यों में 122 ठिकानों पर कार्रवाई
हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की कोशिश
ब्राह्मण महासंघ ने इस संबंध में पुलिस को पत्र लिखकर शिकायत की है। पत्र में कहा गया है कि संदल के अवसर पर श्री त्र्यंबकेश्वर मंदिर के उत्तरी द्वार से शुरू हुई शोभायात्रा में कुछ अन्य धार्मिक व्यक्तियों ने श्री त्र्यंबकेश्वर मंदिर में प्रवेश करने का प्रयास किया। जबकि ये हिंदुओं का पूजा स्थल है। यह मामला बहुत गंभीर है और भारत में सभी हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले अधिनियम के अनुसार जिले, राज्य और देश में कानून व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो सकती है। पत्र में ब्राह्मण महासंघ ने कहा है कि इस बात का ध्यान रखा जाए कि भविष्य में ऐसी घटना न हो।