Hindu Rashtra: अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर में श्रीरामलल्ला की प्राणप्रतिष्ठा को 22 जनवरी 2025 को एक वर्ष पूरा हो गया। इस शुभ अवसर पर हिंदू जनजागृति समिति द्वारा महाकुंभ क्षेत्र में भव्य ‘हिंदू एकता पदयात्रा’ का आयोजन किया गया। महाकुंभ क्षेत्र से विश्वकल्याणकारी रामराज्य अर्थात हिंदू राष्ट्र स्थापना का संदेश इस पदयात्रा के माध्यम से दिया गया।
इस पदयात्रा में हिंदू राष्ट्र स्थापना के प्रेरणास्त्रोत और सनातन संस्था के संस्थापक सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत बालाजी आठवले की आध्यात्मिक उत्तराधिकारी श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळ तथा श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळ, हिंदू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळे और समिती के उत्तर-पूर्व भारत के मार्गदर्शक सद्गुरु नीलेश सिंगबाळ की वंदनीय उपस्थिति रही। साथ ही आध्यात्मिक संस्थाएं, हिंदू संगठन, इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अधिवक्ता, हिंदुत्वनिष्ठ और श्रद्धालु बड़ी संख्या में पदयात्रा में सहभागी हुए।
ये रहे उपस्थित
यह पदयात्रा प्रयागराज कुंभ क्षेत्र के मुक्ती-मोरी मार्ग चौक, सेक्टर 19 से प्रारंभ हुई। वहां से संगम लोव्हर, काली रस्ता होते हुए पुनः मोरी मुक्ती मार्ग से सेक्टर १९ (कुंभ क्षेत्र) में समाप्त हुई। इस अवसर पर सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री चेतन राजहंस, हिंदु जनजागृति समिति के समन्वयक श्री सुनील घनवट और उत्तर प्रदेश तथा बिहार के समन्वयक श्री विश्वनाथ कुलकर्णी उपस्थित रहे।
भगवा वस्त्र और ध्वज से कुंभ क्षेत्र हुआ भगवामय!
हिंदू राष्ट्र के प्रेरणास्थान सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले की फूलों से सजी प्रतिमा वाहन पर स्थापित की गई थी। पदयात्रा में संत, महंत, हिंदुत्वनिष्ठ और धर्मप्रेमियों ने भगवा वस्त्र और ध्वज हाथ में लिया, जिससे कुंभ क्षेत्र का संपूर्ण वातावरण भगवामय हो गया। इस दौरान ‘जय श्रीराम’, ‘हिंदू राष्ट्र का विजय हो’, ‘लाना होगा लाना होगा, हिंदू राष्ट्र लाना होगा’, ‘जो हिंदू हित का काम करेगा वही देश पर राज करेगा’, ‘हर हर महादेव, गंगा माता की जय हो’ जैसे नारों से कुंभ क्षेत्र गूंज उठा। संत-महंत और हिंदुत्वनिष्ठों ने हिंदू राष्ट्र स्थापना की जोरदार मांग की।
वसुधैव कुटुंबकम का संदेश
इस अवसर पर हिंदु जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळे ने कहा, “हिंदू धर्म ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ की शिक्षा देता है। ऐसे धर्म को संविधान द्वारा आधिकारिक संरक्षण मिलने के लिए भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करना आवश्यक है। यह मांग विश्वकल्याण और हिंदु संस्कृति को जीवित रखने के लिए है। महाकुंभ क्षेत्र पर पूरे विश्व की दृष्टी हैं, और इस पदयात्रा के माध्यम से हम हिंदू संतों, महंतों और देश-विदेश के हिंदु समाज की मांग सरकार तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। संतों के आशीर्वाद से कुंभ जैसे पवित्र पर्व पर प्रयागराज में हिंदू राष्ट्र की मांग शीघ्र फलीभूत होगी।” पदयात्रा कें अंत में सभी संत एवं हिंदू संगठनो द्वारा ‘विश्वकल्याण हेतु भारत में हिंदू राष्ट्र की स्थापना हो’, ऐसी कुंभ क्षेत्र स्थित देवताओं और ऋषि-मुनियों के चरणों में सामूहिक प्रार्थना की गई।