पिछले कुछ महीनों से महाराष्ट्र में धर्मांतरण और लव जिहाद के खिलाफ कानून लाने की मांग जोर पकड़ रही है। इसके लिए प्रदेश में जगह-जगह मोर्चा निकाला गया। इसी क्रम में पुणे में 22 जनवरी की सुबह हिंदू जनाक्रोश मोर्चा निकाला गया।
धर्मांतरण, गोहत्या और लव जिहाद के लिए सख्त कानून बनाने और राज्य में इन कानूनों को सख्ती से लागू करने तथा धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज के बलिदान दिवस को धर्मवीर दिवस के रूप में मनाने की मांग को लेकर पूरे हिंदू समुदाय की ओर से एक हिंदू जन जागरूकता मोर्चा का गठन किया गया है। मार्च में भाग लेने वाले हिंदुओं ने भगवा ध्वज, केसरिया टोपी पहन रखी थी और छत्रपति संभाजी महाराज की प्रतिमा के पीछे धर्मवीर लिखा हुआ था। छत्रपति संभाजी महाराज के बलिदान दिवस को ‘धर्मवीर’ दिवस घोषित करने, लव जिहाद और धर्मांतरण विरोधी कानून लागू करने की प्रमुख मांगों को लेकर यह मोर्चा निकाला गया।
अब और बर्दाश्त नहीं करेगा हिंदू समाज
पुणे में निकाले गए इस मोर्चे का नाम हिंदू जनाक्रोश मोर्चा है। मोर्चे में शामिल लोगों ने कहा कि आज हिन्दू समाज एकजुट है, समाज में जिस तरह से लव जिहाद की घटनाएं हो रही हैं, हिन्दू लड़कियों का दमन हो रहा है, उसके खिलाफ यह संघर्ष है। यह ईसाई मिशनरियों या अरब के पैसे से किए जा रहे धर्मांतरण के खिलाफ संघर्ष है। मार्च में शामिल लोगों ने मीडिया को प्रतिक्रिया दी कि हिंदू समाज भविष्य में हिंदू विरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगा।