कांवड़ यात्रा में कांवड़ियों के लिए व्यवस्था और सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए जा रहे हैं। कांवड़ मार्गों पर कांवड़ियों के लिए 24 घंटे स्वास्थ्य सेवाएं तैयार रहेगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने स्वास्थ्य शिविर लगाने की तैयारी शुरू कर दी है।
हरिद्वार से गंगाजल लेकर आने वालों में उप्र, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश आदि राज्यों के लाखों कांवड़िये एनएच-58 और गंगनगर किनारे कांवड़ मार्ग से होकर गुजरते हैं। दो साल बाद हो रही कांवड़ यात्रा के लिए प्रबंध किए जा रहे हैं। कांवड़ यात्रा के दौरान एनएच-58 पर एक सप्ताह से ज्यादा समय के लिए भारी और छोटे वाहनों का संचालन बंद हो जाता है।
ड्रोन से रखी जाएगी नजर
जिलाधिकारी दीपक मीणा और एसएसपी रोहित सिंह सजवाण लगातार कांवड़ यात्रा की तैयारियों का जायज ले रहे हैं। कांवड़ मार्ग पर सीसीटीवी और ड्रोन के जरिए निगरानी रखी जाएगी। कांवड़ियों के स्वास्थ्य के लिए विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं। कांवड़ मार्गों पर 24 घंटे स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे। इसके साथ ही मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल में कांवड़ियों के लिए विशेष वार्ड बनाए जाएंगे। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कांवड़ियों के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी।
अस्पतालों में पुख्ता प्रबंध
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि हाईवे किनारे के सभी अस्पतालों को कांवड़ यात्रा के दौरान अलर्ट मोड पर रखा जाएगा। निजी अस्पतालों को भी कांवड़ियों के लिए 10-10 बेड आरक्षित करने के निर्देश दिए गए हैं। सरकारी एंबुलेंस के साथ ही निजी अस्पतालों की एंबुलेंस की भी विशेष व्यवस्था रहेगी। कांवड़ियों में कोरोना के लक्षण मिलते ही जांच की भी व्यवस्था की जाएगी।